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बिचोलिम, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस चाहती, तो पूरे देश के साथ गोवा भी वर्ष 1947 में ही आजाद हो गया होता। शाह ने बिचोलम में आयोजित एक रैली में कहा कि कांग्रेस गोवा के साथ हमेशा अन्याय करती रही है। न सिर्फ आजादी, बल्कि विकास के मामले में भी। उन्होंने कहा, ‘अगर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का नेतृत्व निर्णायक होता, तो गोवा 15 अगस्त, 1947 को देश के अन्य हिस्सों की तरह ही आजाद हो गया होता। गोवा को काफी संघर्ष के बाद आजादी मिली है। इसमें काफी समय लग गया। गत दिवस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में अपने संबोधन के दौरान गोवा की आजादी के मुद्दे को उठाते हुए पूछा था कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है।’ गोवा को 450 साल बाद 19 दिसंबर, 1961 को पुर्तगालियों से आजादी मिली थी।गृह मंत्री ने कहा, ‘गोवा के लोगों के सामने दो ही विकल्प हैं। कांग्रेस पार्टी, जिसके नेता राहुल गांधी हैं और भाजपा, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी करते हैं। कांग्रेस ने जहां गोवा में अस्थिरता व अराजकता पैदा की, वहीं भाजपा ने प्रदेश को स्थायित्व व विकास दिया।’ उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर और गोवा के विकास में उनके योगदान का भी उल्लेख किया।
राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी को दिया करारा जवाब
पोंडा में एक चुनावी सभा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में राहुल गांधी के संबोधन पर पलटवार करते हुए कहा, ‘मैं आपको (राहुल गांधी) याद दिलाना चाहता हूं कि जब पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे, तब पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के शाक्सगम घाटी पर अवैध कब्जा कर उसे चीन को सौंप दिया था। सिर्फ यही नहीं, इंदिरा गांधी जब प्रधानमंत्री थीं, तब चीन व पाकिस्तान की दोस्ती के प्रतीक के रूप में काराकोरम हाईवे का निर्माण हुआ था।’ वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का निर्माण वर्ष 2013 में उस वक्त शुरू हुआ, जब कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा, ‘यह वह समय था, जब कांग्रेस सरकार की पाकिस्तान व चीन केसाथ दोस्ती शुरू हुई थी। लोगों को बरगलाएं नहीं.. उन्हें सच बताएं।’