बलरामपुर: कलेक्टर विजय दयाराम के. ने महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली, उन्होंने परियोजनावार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने पूरक पोषण आहार, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, कुपोषण की स्थिति, सुपोषण हेतु कार्ययोजना, पोषण पुनर्वास केन्द्र, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, कौशल मातृत्व वंदना योजना, नोनी सुरक्षा योजना तथा विभाग के अंतर्गत निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुये, विभागीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर विजय दयाराम के. ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया को शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार कार्यवाही करते हुए शीघ्र पूर्ण करने को कहा। उन्होंने जिन परियोजनाओं में भर्ती की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, वहां तत्काल चयन सूची जारी करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने सभी परियोजना अधिकारियों से एनीमिक महिलाओं की जानकारी लेते हुए उनकी सूची उपलब्ध कराने को कहा, साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की समीक्षा करते हुए, लक्ष्य के अनुरूप आवेदन प्राप्त कर सूची जिला कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सखी वन स्टॉप सेन्टर की समीक्षा करते हुए लंबित आवेदनों की जानकारी ली, तथा लंबित आवेदनों की सूची उपलब्ध कराने को कहा। कलेक्टर ने पूरक पोषण आहार के अंतर्गत वितरित की जा रही रेडी टू ईट समय पर व पात्र हितग्राहियों को मिल रहा है, या नहीं इसकी सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों को दिये। कलेक्टर ने बाल कल्याण समिति की समीक्षा करते हुए लंबित प्रकरणों की जानकारी ली तथा इसकी सूची उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने पुराने सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कुपोषण की दर में कमी लाने हेतु कुपोषित बच्चों की सतत देखरेख करने व उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्र में लाना सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना, कौशल मातृत्व वंदना तथा नोनी सुरक्षा योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
इस बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग जे.आर.प्रधान सहित सर्व विकासखण्ड परियोजना अधिकारी व सर्व पर्यवेक्षक उपस्थित रहे।