[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”Listen to Post”]
बलरामपुर। बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत चांची जंगल में 35 हाथियों का दल दो दिन से विचरण कर रहा हैं।बीती दरम्यानी रात्रि करजी गांव में दो मकान को तोड़ दिया वही एक किसान के फ़सल को नुकसान पहुंचाया।
धौरपुर लुंड्रा क्षेत्र से 35 हाथियों का दल चाची जंगल में पहुंचकर दो दिनों से विचरण कर रहा है। बीती दरम्यानी रात्रि करजी गांव में फूलचंद पिता गुरु दयाल,सोनसाय पिता खोरा का मकान को तोड़ दिया वही मानकुंवर पिता गणेश का फ़सल को नुकसान पहुंचाया है। वही एक दिन पहले धौरपुर के बॉर्डर में चैतू राम पिता श्रीबल गोड़ का मकान को तोड़ कर मकान के अंदर रखे धान, अनाज को खा गया था। रात्रि में वन परिक्षेत्राधिकारी अजय तिवारी, मजोज जायसवाल वनकर्मियों के साथ चांची गांव पहुंचकर जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी।
35 हाथियों का दल चांची के सुपकोना उधवाकठरा जंगल में विचरण कर रहा है। गांव के ग्रामीण हाथियों के चिंघाड़ से रतजगा करने में विवस है। चांची, भिलाई खुर्द, बाटीडांड़, भेस्की, बघिमा, बरियों, बादा, डकवा, खुखरी, मंदरीडांड़ ,उधवाकठरा, उधेनुपारा, सुपकोना, गोपालपुर, मुरका, दुप्पी रेवतपुर,जामदोहर,खोखनिया, कुंदीखुर्द, बदौली आदि गांव प्रभावित क्षेत्र है। वनकर्मी मौके पर पहुंचकर गजवाहन से हाथियों से दूर रहने के लिए लाउडस्पीकर से एनाउंस करा रहे है। मौके पर वन परिक्षेत्राधिकारी अजय तिवारी ने ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश देते हुए ग्रामीणों को टार्च, मिर्चा पाऊडर, टायर मसाल, पंपलेट प्रदान किया। मौके पर वन विभाग के अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित है।