बलरामपुर।बलरामपुर जिले के राजपुर-अंबिकापुर मुख्य मार्ग एनएच 343 गेउर नदी के पास चिरान से भरी पिकअप अनियंत्रित होकर पलटी आरोपी पुलिस को चकमा देकर फ़रार हो गया। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी वही वन विभाग चिरान ज़ब्त कर कार्यवाही में जुटी।
गुरुवार सुबह करीब 6 बजे गेउर नदी के पास चिरान से भरी पिकअप क्रमांक सीजी 15 सीवाई 5327 अनियंत्रित होकर पलट गई। पिकअप में 38 नग साल चिरान लोड़ था पिकअप चालक तत्काल अपने सहयोगी के साथ मिलकर चिरान को छिपाने के लिए मुन्नालाल चौधरी के गेट के अंदर फेक दिया। वाहन चालकों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी मौके पर पुलिसकर्मी पहुंचकर वाहन चालक को चिरान लोड़ कर थाना लाने के लिए बोला तो वाहन चालक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस आरोपी चालक की तलाश में जुटी है वही वन विभाग साल चिरान ज़ब्त कर वाहन व चालक की तलाश में जुटी है। 38 नग साल चिरान की अनुमानित लागत करीब 40 हजार रुपए आंकी जा रही हैं। पिकअप राजू विश्वकर्मा का बताया जा रहा है। वाहन चालक राजपुर दबगड़ी का बताया जा रहा है दिन में राजपुर में मोबाइल दुकान संचालन करता है और रात में इमारती लकड़ी का तस्करी करता है।
बड़े पैमाने पर हो रही इमारती लकड़ी की तस्करी
सेमरसोत अभ्यारण्य के सेमरसोत, पस्ता, जिगड़ी, बासेन, उलिया, उफ़िया, लूरगी, सरगड़ी, सरगवां, गोविंदपुर, गोपालपुर, मुरका, करवां, भेड़ाघाट, गजिमा, पटना, जोताड़, धंधापुर, पतरापारा आदि के जगंलों से बड़े पैमाने पर पेड़ो की कटाई चल रही हैं। वन माफिया रातो-रात सिल्ली बना कर अंबिकापुर लकड़ी मिल में खपा रहें है।
वन विभाग का काम अब पुलिस कर रही हैं
वन विभाग का काम कब पुलिस कर रही है राजपुर के खोडरो वन माफियाओं के गढ़ माना जाता है वही से पूरी सेटिंग के साथ इमारती लकड़ी रातो-रात बाहर भेजा जा रहा है ज्ञात हो की पस्ता, चाची व रामानुजगंज नाका के पास फारेस्ट बैरियर है इसके बाद भी वन माफिया वन विभाग को चुनौती देते हुए खुलेआम इमारती लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं कहीं ना कहीं वन विभाग की सेटिंग तो नहीं।
वन माफिया का तगड़ी सेटिंग
चिरान से भरी पिकअप पलटने के बाद पिकअप चालक चिरान लोड़ करने के लिए तत्काल दूसरा पिकअप बुला लिया मौके पर पुलिस पहुंची इसके बाद पिकअप चालक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
क्या कहते हैं अधिकारी
वाहन की तलाश की जा रही है वाहन ज़ब्त कर राजसात की कार्रवाई की जाएगी।
महाजन लाल साहू, रेंजर राजपुर।