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नई दिल्ली, मेरठ, एजेंसी। विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बावजूद भाजपा के पांव थमे नहीं हैं। पार्टी लोकसभा चुनावी तैयारी को धार देने में जुट गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेशभर में दौरा कर मिशन-2024 की पटकथा लिख रहे हैं। मेरठ मंडल की समीक्षा के बहाने प्रशासन का नट बोल्ट कसेंगे, वहीं कोतवाल धन सिंह गुर्जर की मूर्ति पर माल्यार्पण के बड़े सियासी मायने होंगे। सीएम योगी रैपिड रेल, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम एवं ट्रांजिट हास्टल के निरीक्षण से विकास का संदेश देने के साथ ही राष्ट्रवाद की धारा को नया प्रवाह देंगे।
राष्ट्रवादी तीरों को नई धार
भगवा रथ एक बार फिर चुनावी जमीन बनाने निकल पड़ा है। राष्ट्रवाद के पहिए पर दौड़ता यह रथ क्रांतिनगरी मेरठ में रुकेगा। सीएम योगी जहां शहीद मंगल पांडे की प्रतिमा एवं शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि करेंगे, वहीं क्रांतिकारियों की जेलस्थली विक्टोरिया पार्क भी पहुंचकर एतिहासिक पलों में भावनात्मक रंग भरेंगे। चुनाव से पहले जेवर में राजा मिहिर भोज की मूर्ति को लेकर विरोधी दलों ने भाजपा को घेरने का प्रयास करते हुए गुर्जर वोटों में सेंधमारी का व्यूह रचा था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
योगी गुर्जरों को भी साधेंगे
मेरठ में शहीद धनसिंह कोतवाल की मूर्ति पर माल्यार्पण करके सीएम योगी गुर्जरों को भी साधेंगे। विस चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीद स्मारक पहुंचे थे, जो पश्चिम उप्र में भाजपा की सियासत के लिए आक्सीजन का ताजा झोंका बना। पार्टी आजादीका अमृत महोत्सव के बहाने राष्ट्रवादी तीरों को नए सिरे से धार देने में जुट गई है। वहीं, 11 मई को प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल क्षेत्रीय एवं जिला इकाइयों को नया होमवर्क देने के लिए मेरठ में मंथन करेंगे।
पश्चिम के मुददे…पूरब तक असर
भाजपा ने पश्चिम उप्र के चुनावी मुददों पर चुनाव लड़ा, और इसका जबरदस्त लाभ मिला। 2014 लोकसभा चुनाव के बाद से पश्चिम उप्र के राजनीतिक वातावरण् और मुददों के खाद पानी से भाजप की चुनावी फसल खूब लहलहाई। पहले चक्र का चुनाव पश्चिम यूपी में था, ऐसे में भाजपा ने बड़ी रणनीति बनाई। सीएम योगी ने ताबड़तोड़ दौरा करते हुए सपा के कार्यकाल में दंगों, कैराना पलायन एवं कांवड़ मेले पर रोक जैसे भावनात्मक मुददों को छुआ था।
ये भी हैं बड़े मुद्दे
शामली एवं मुजफ्फरनगर के बीच गर्मी में शिमला जैसी सर्दी एवं अपराध पर बुल्डोजर चलाने जैसे बयानों ने चुनावी पारा चढ़ाया। कैराना और कांधला के बीच पीएसी कैंप, देवबंद में एटीएस केंद्र बनाने, मेरठ के सोतीगंज में वाहनों की कटान बंद करने एवं सहारनपुर में मां शाकंबरी विवि की स्थापना के भी बड़े राजनीतिक निहितार्थ निकाले गए। अब सीएम योगी के सामने 2024 में 65 से ज्यादा सांसदों को दिल्ली भेजने की चुनौती होगी।