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नई दिल्ली,एजेंसी। ईंधन की कीमतों में इजाफा होने के बाद लोगों का बजट खराब हो गया है और वह इसके विकल्प की तलाश कर रहे हैं। इसी क्रम में ईंधन की झंझट से छुटकारा दिलाने के लिए रिसर्च एंड डेवल्पमेंट इनोवेशन करने वाली कंपनी सेंटियंट लैब्स ने भारत में बनी हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस लॉन्च की है। हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी को सीएसआईआर (वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद)-एनसीएल (राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला) और सीएसआईआर-सीईसीआरआई (केंद्रीय विद्युत रासायनिक अनुसंधान संस्थान) के सहयोग से इस हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नलॉजी को विकसित किया गया है।
लॉन्चिंग पर बोली कंपनी
कंपनी ने अपने बयान में कहा, ”सेंटियंट लैब्स ने भारत में बनी हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस पेश की है। हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी को सीएसआईआर (वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद)-एनसीएल (राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला) और सीएसआईआर-सीईसीआरआई (केंद्रीय विद्युत रासायनिक अनुसंधान संस्थान) के सहयोग से इस हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नलॉजी को विकसित किया गया है। सेंटिएंट लैब्स, एक आरएंडडी इनोवेशन लैबोरेटरी, केपीआईटी टेक्नोलॉजीज लिमिटेड द्वारा इनक्यूबेट की गई तकनीकों पर आधारित है, जिसे अन्य प्रमुख कम्पोनेंट – जैसे प्लांट, पावरट्रेन और बैटरी पैक से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया है।”
वातानुकूलित बस तैयार
कंपनी का कहना है कि इन सभी कंपोनेन्ट का उपयोग करके 9 मीटर लंबी 32 सीटर वातानुकूलित बस को तैयार किया गया है, जो दिखने में काफी शानदार लगते हैं। माइलेज की बात करें तो कंपनी दावा कर रही है कि यह बस 30 किलोग्राम हाइड्रोजन का उपयोग करते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
सेंटिएंट लैब्स के अध्यक्ष का बयान
इस उपलब्धि के बारे में बात करते हुए सेंटिएंट लैब्स के अध्यक्ष रवि पंडित ने कहा कि हमें स्वदेशी रूप से विकसित हाइड्रोजन ईंधन सेल पावर बस लॉन्च करने पर गर्व है। सीएसआईआर-एनसीएल के साथ एक मजबूत तकनीकी टीम ने कई प्रौद्योगिकी कंपोनेंट पर काम किया है, जिसका मैं आभार व्यक्त करता हूं।