सूरजपुर: रक्तदान… ऐसा दान, जिसकी बराबरी का कोई दूसरा दान नहीं। यह ऐसा दान है, जिससे दूसरों की जिंदगी बचाई जा सकती हैं। सांसों की टूटती डोर को थामा जा सकता है, लेकिन कई बार जरूरतमंद मरीजों को उनके ग्रुप का खून नहीं मिल पाता। आज यही देखने को मिला जिला चिकित्सालय सूरजपुर में ग्राम महोली विकासखंड ओडगी निवासी 20 वर्षीय उर्मिला पति जगधारी जिनका प्रसव 9 जून को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोहरसोप में कराया जा रहा था। महिला के शरीर में खून की कमी के कारण 11 जून को प्रातः 3.45 बजे जिला चिकित्सालय सूरजपुर लाया गया। ब्लड जांच उपरांत शरीर में मात्र 2.2 ग्राम खून था उन्हें तत्काल ब्लड की आवश्यकता थी उनका ब्लड जांच कराया गया बी पॉजिटिव पाया गया और ब्लड बैंक में बी पॉजिटिव ग्रुप का ब्लड उपलब्ध नहीं था। ब्लड बैंक के लैब टेक्नीशियन संतोष साहू ने तत्परता दिखाते हुए टेलीफोन के माध्यम से ओम साईं रक्तदाता समिति जरही एवं ईटीवी के जिला प्रतिनिधि पत्रकार मोहम्मद अख्तर अली से संपर्क किया उन्होंने मानवीयता दिखाते हुए तत्काल जिला अस्पताल पहुंचकर प्रातः 6बजे ब्लड डोनेट कर पीड़ित महिला को जान बचाई।
ईटीवी के जिला प्रतिनिधि पत्रकार मोहम्मद अख्तर अली ने कहा कि किसी भी मजबूर व्यक्ति को रक्त के कमी से जान ना जा सके और उन्होंने ब्लड डोनेट करते हुए यह भी कहा कि जीवन बचाने के लिए रक्तदान का यह सफर आगे भी जारी रहेगा युवाओं को आगे आकर बेबस व असहाय लोगों की मदद करनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने रक्त दाताओं की इस पुनीत कार्य की सहाराना कर आभार व्यक्त किया जिन्होंने रक्तदान कर महिला की जीवन बचाई