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नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) गुरुवार शाम 4:30 बजे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोविड-19 के चलते पैदा हुई नई परिस्थितियों पर वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा करेंगे। तेजी से फैलती कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच अभी बीते रविवार को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक की थी और महामारी से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया था। महामारी ने स्वास्थ्य क्षेत्र के महत्व को रेखांकित कियाइस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु के 11 सरकारी मेडिकल कालेजों का उद्घाटन करते हुए कहा कि आने वाला समय उसी समाज का होगा, जो स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश करेगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी ने स्वास्थ्य क्षेत्र के महत्व को फिर से रेखांकित किया है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी सुधार किए
मेडिकल कालेजों के वर्चुअल तरीके से उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी सुधार किए हैं। महामारी से सीख लेते हुए, हम सभी देशवासियों के लिए समावेशी और गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने का काम कर रहे हैं।’ इन 11 कालेजों में मेडिकल की कुल 1,450 सीटें होंगी।
टीकाकरण अभियान में भी उल्लेखनीय प्रगति
पीएम मोदी ने कहा कि देश का कोविड टीकाकरण अभियान उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। पीएम ने 15-18 साल के किशोरों के टीकाकरण और बूस्टर डोज अभियान का भी जिक्र किया। उन्होंने गरीबों को गुणवत्तायुक्त और किफायती स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना को धन्यवाद दिया।
स्वास्थ्य ढांचे को तैयार करने के दिए थे निर्देश
पिछली बैठक में प्रधानमंत्री ने जिला स्तर पर स्वास्थ्य ढांचे को तैयार करने का निर्देश दिया था। साथ ही किशोरों के साथ-साथ सोमवार से शुरू हो रहे फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्यकर्मी और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाने के अभियान को मिशन मोड पर पूरा करने को कहा था। इसी बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राज्यों में हालात की समीक्षा के लिए जल्द ही मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जाएगी।
राज्यों की मदद करने के दिए थे निर्देश
पिछली बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ गृह, स्वास्थ्य, फार्मा व अन्य मंत्रालय के सचिव और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला स्तर पर स्वास्थ्य ढांचे को तैयार करने का निर्देश दिया था। साथ ही अधिकारियों से राज्यों की मदद करने के निर्देश दिए थे। प्रधानमंत्री ने सतर्कता डोज को भी मिशन मोड पर पूरा करने की सलाह दी थी।
बताई थी निरंतर शोध की जरूरत
पीएम मोदी ने किशोरों के टीकाकरण को भी मिशन मोड पर जल्द से जल्द पूरा करने को कहा था। साथ ही जांच, टीकाकरण और दवा के क्षेत्र में निरंतर शोध की जरूरत बताई थी। उन्होंने जीनोम सीक्वेंसिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए थे। महामारी के बीच सामान्य बीमारियों के इलाज पर ध्यान देने की जरूरत बताते हुए प्रधानमंत्री ने इसके लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए जाने की भी जरूरत बताई थी।