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दिल्ली, कानपुर, आइएएनएस। देश में ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरुवार तक इस नए वैरिएंट के मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 358 हो गई है। वही, अब तक ये 17 राज्यों में एंट्री कर चुका है। इसी बीच, आईआईटी कानपुर की स्टडी में ओमिक्रोन को लेकर बड़ा दावा किया गया है। आईआईटी कानपुर की स्टडी के मुताबिक, भारत में कोरोना की तीसरी लहर फरवरी में अपने पीक पर होगी। शोधकर्ताओं के मुताबिक, देश में अगले साल 3 फरवरी को तीसरी लहर पीक पर होगी।MedRxiv में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर के रुझानों के बाद आईआईटी कानपुर के प्रोजेक्ट में कहा गया कि भारत में तीसरी लहर दिसंबर के मध्य में शुरू हो सकती है और ये फरवरी की शुरुआत में चरम पर होगी। बता दें कि शोधकर्ताओं ने तीसरी लहर की भविष्यवाणी करने के लिए गौसियन मिक्सचर मॉडल नाम के सांख्यिकीय उपकरण का इस्तेमाल किया था। शोधकर्ताओं ने संभावित तीसरी लहर की भविष्यवाणी के लिए भारत में कोरोना की पहली और दूसरी लहर के आंकड़ों और अलग-अलग देशों में ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों का भी इस्तेमाल किया है। रिसर्च करने वाली टीम में आईआईटी कानपुर की गणित और सांख्यिकी विभाग के सबरा प्रसाद राजेशभाई, सुभरा शंकर धर और शलभ शामिल थे।
देश में 358 हुए ओमिक्रोन के कुल मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में ओमिक्रोन के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 358 हो गई है। महाराष्ट्रे में ओमिक्रोन के सबसे ज्यादा 88 मामले हैं। इसके अलावा राजधानी दिल्ली में ओमिक्रोन मरीजों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। वही, तेलंगाना में 38, तमिलनाडु में 34, कर्नाटक में 31, गुजरात में 30, केरल में 27, राजस्थान में 22, हरियाणा और ओडिशा में चार-चार, जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल में तीन-तीन, आंध्र प्रदेश और यूपी में दो-दो, चंडीगढ़, लद्दाख और उत्तराखंड में एक-एक मरीज है।