बलरामपुर: राष्ट्रीय बांस मिशन योजनांतर्गत बांस की रोपण तकनीक एवं उद्यमिता विकास पर कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषकों को बांस की खेती हेतु प्रोत्साहित तथा बांस की खेती से होने वाले लाभ एवं अतिरिक्त आय व रोजगार की संभावनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उक्त कार्यक्रम में बांस की विभिन्न प्रजातियां जैस बैम्बूसा टूल्डा, बाल्कोमा जैसे उन्नत किस्म के बांस की खेती, रोपण की विधि, भण्डारण, बांस उत्पाद का प्रसंस्करण, बाजार में उपलब्ध बांस द्वारा बने विभिन्न सामग्री तथा बाजार की उपलब्धता एवं लाभ के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया गया। जिले में बांस से बनने वाले विभिन्न हस्तकला जैसे निर्मित कुर्सी, टेबल, दरवाजा, टोकरी, सुपा इत्यादि बनाकर अच्छी आमदनी प्राप्त करने की भी जानकारी दी गई, साथ ही बांस पादप संवर्धन, नर्सरी तैयारी एवं उपयुक्त जलवायु विषय पर विस्तार से किसानों को बताया गया।
इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अनिल कुमार सोनपाकर, डॉ. गौरव कांत निगम, आरती कुजूर, प्रक्षेत्र प्रबंधक अनुप कुमार पॉल द्वारा बांस की खेती पर विस्तृत जानकारी तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 60 किसानों ने भाग लिया।