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जशपुर। सरगुजा संभाग के जशपुर जिले के ग्राम सरधापाठ पकरी टोली सरना गांव में पिछले 6 माह में 17 पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों की मौत हो गई है। इनमें 6 की मौत तो पिछले 15 दिन के भीतर हुआ है। इसका खुलासा तब हुआ ज़ब सर्व विशेष पिछड़ी जनजाति के अध्यक्ष उदय पंडो इस गांव में मौत की जानकारी मिलने पर पहुंचे। उन्होंने कहा है कि अधिकतर लोगों की मौत इलाज के अभाव में हुई है जबकि जिला प्रशासन गावों में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों के इलाज के लिए कैम्प लगाने का दावा किया जा रहा है।ग्राम सरधापाठ पकरी टोली सरना ब्लाॅक जिला जशपुर में 15 मई से अभी तक 17 पहाड़ी कोरवा विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों की मौत हो गई। इसमें 4 दिनों में एक ही पहाड़ी कोरवा परिवार के 4 सदस्यों की मौत हुई है तो 4 दिनों में एक ही परिवार के 2 सदस्यों की जान चली गई। वहीं भोयो राम पहाड़ी कोरवा पिता चटटू राम पहाड़ी कोरवा ग्राम कुटमा, कुतमा तहसील बगीचा निवासी की मिशन अस्पताल अम्बिकापुर में उल्टी-दस्त से मौत हो गई।उन्होंने बताया कि पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर के विकास के लिए जशपुर में पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए अभिकरण स्थापित किया गया है। इन विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास एवं जन-जागरूकता, स्वास्थ्य शिविर, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर व रोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कराने का विशेष रूप से सरकार व्यवस्था करती है पर यह सभी कागजों में सिमटकर रह गया है।  

पकरी टोली में 4 चार दिनों में 4 लोगों को मौत  

 
जेहला राम पहाड़ी कोरवा पकरी टोली निवासी के परिवार में 4 चार दिनों में 4 लोगों को मौत हो गई। तीन सदस्यों को उल्टी-दस्त व एक की अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। एक दिन के नवजात की भी जान चली गई। उदय पंडो ने बताया कि पहाड़ी कोरवा परिवारों की मृत्यु कुपोषण, कमजोरी, शरीर में खून की कमी, उल्टी दस्त, पेचिश, बुखार, निमोनिया, टीबी, लकवा, झटका आना, शरीर में सूजन, पेट दर्द होने से सामने आया है। अधिकांश लोगों का मृत्यु घर पर ही हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर विकास अभिकरण इनके हित में कोई काम नहीं कर रही है जिसके कारण दिनों दिन विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार सुविधाओं के अभाव में बीमारियों से इलाज नहीं कराने पर मौत हो रही है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जशपुर पर घोर लापरवाही का आरोप लगा है। सभी जिलों में जन-जागरूकता शिविर, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाकर विलुप्त विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के हित में काम कर रही है पर जिला जशपुर के स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा कोई किसी प्रकार का शिविर आयोजित नहीं किया गया है जिसके कारण विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार इलाज कराने, स्वच्छता, मौसमी बीमारियों से बचने, टीबी बीमारियों से बचने एवं उल्टी-दस्त जैसे आम बीमारियों के प्रति जागरूक नहीं है। इन सभी कारणों के जिम्मेदार जिला जशपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हैं।

संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं के दिए गए निर्देशों को अवहेलना

संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं के दिए गए निर्देशों को दर किनार कर अवहेलना किया गया है। 25 दिन पहले संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं कार्यालय के द्वारा सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया था कि जिलों में विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को चिन्हांकित कर विशेष रूप से स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, स्वास्थ्य शिविर, डोर टू डोर स्वास्थ्य परीक्षण करने,  जन-जागरूकता शिविर आयोजित कर बीमार विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को इलाज कराने से संबंधित विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के हित में काम करना है पर जिला जशपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने स्वास्थ्य शिविर नहीं करवाया है।


ग्राम सरधापाठ पकरी टोली सरना में 15 मई से अब तक इन लोगों की मौत हुई 

01. प्रमिला बाई पहाड़ी कोरवा पति उदरा राम पहाड़ी कोरवा, 22 वर्ष बीमारी पेट दर्द एवं पेट फुलना मृत्यु  आठ अक्टूबर 2021


02. सुरती बाई पहाड़ी कोरवा पति जेहला राम पहाड़ी कोरवा 62 वर्ष बीमारी-उल्टी-दस्त मृत्यु 11 अक्टूबर 2021


03. जेहला राम पहाड़ी कोरवा पिता टंगना पहाड़ी कोरवा 65 वर्ष बीमारी-उल्टी-दस्त मृत्यु 12 अक्टूबर 2021


04.लड़का पिता अमरसाय 01 दिन बीमारी कमजोरी एवं जागरूकता के अभाव मृत्यु 8 अक्टूबर 2021


05. भोयो राम पहाड़ी कोरवा पिता चुटु राम पहाड़ी कोरवा 60 वर्ष, ग्राम कुटमा कुतमा बगीचा ब्लाॅक जिला जशपुर बीमारी उल्टी-दस्त मृत्यु  17 अक्टूबर 2021       

06. सनियो पहाड़ी कोरवा पति मस्का राम पहाड़ी कोरवा 65 वर्ष बीमारी लकवा मृत्यु  5 अक्टूबर 2021


07. पुरूषोत्तम पहाड़ी कोरवा पिता जंगल साय पहाड़ी कोरवा उम्र 70 वर्ष बीमारी पिलिया और पेट में जलन मृत्यु 1 अक्टूबर 2021 


08 लड़की पिता मोहन राम पहाड़ी कोरवा उम्र 16 दिन कमजोर एवं कुपोषित थी। बीमारी कमजोर एवं कुपोषित थी कुपोषण से मौत हुआ है। मृत्यु  27 सितंबर 2021


09 लड़का पिता जयराम पहाड़ी कोरवा उम्र 18 माह कमजोर एवं कुपोषित था। बीमारी कमजोर एवं कुपोषित था मृत्यु  20 जुलाई 2021


10  अनमोल पहाड़ी कोरवा पिता अमरसाय पहाड़ी कोरवा उम्र 1 वर्ष बीमारी निमोनिया मृत्यु  02 सितंबर 2021


11  लड़की पिता संतोष पहाड़ी कोरवा उम्र 1 दिन 
बीमारी कमजोरी मृत्यु 19 अगस्त 2021शिशु मृत्यु


12  आनंद राम पहाड़ी कोरवा पिता मोहन राम पहाड़ी कोरवा उम्र 21 वर्ष बीमारी झटका मृत्यु 07 अगस्त 2021इलाज के अभाव में।


13 चंदरसाय पहाड़ी कोरवा पिता मड़वारी पहाड़ी कोरवा उम्र 38 वर्ष बीमारी कमजोरी, कुपोषित,सीने में दर्द मृत्यु 15 मई 2021


14 शिवलाल पहाड़ी कोरवा पिता मड़वारी पहाड़ी 1 उम्र 35 वर्ष बीमारी टीबी मृत्यु 19 मई 2021


क्रमांक 13 से 14 तक मृतकगण सगे भाई थे चार दिनों में दो भाईयों का मौत।

15 लेंगड़ी पहाड़ी कोरवा पति ड़ोंगस पहाड़ी कोरवा उम्र 90 वर्ष बीमारी कमजोरी एवं सीने में दर्द मृत्यु 17 मई 2021वृद्धा।


16  टहलु राम पहाड़ी कोरवा पिता दशरू पहाड़ी कोरवा उम्र 62 वर्ष बीमारी टीबी मृत्यु 02 जून 2021


17 संझिया पहाड़ी कोरवा पति  लेटेराम पहाड़ी कोरवा उम्र 80 वर्ष बीमारी मानसिक रोग, मृत्यु 17 जुलाई 2021


18  पिरली पहाड़ी कोरवा पिता महरू राम पहाड़ी कोरवा उम्र 100 वर्ष बीमारी कमजोरी, बढ़ापा मृत्यु  02 सितंबर 2021


क्या कहते हैं समाज के लोग

पहाड़ी कोरवा विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों का योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। समाज के समस्याओं को लेकर आदिवासी सहायक आयुक्त के समक्ष कई बार शिकायत रख चुका हूं कोई कार्रवाई नहीं किया जाता है बल्कि मेरा मजाक उड़ाया जाता है।

मनकुमार राम पहाड़ी कोरवा, पहाड़ी कोरवा विकास अभिकरण, अध्यक्ष जिला जशपुर।

पहाड़ी कोरवा विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों का सभी प्रकार के विकास केवल कागजों में सिमटकर रह गया है जमीनी स्तर में कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण पहाड़ी कोरवाओं की बीमारियों से मौत हो रही हैं।

जोगी राम पहाड़ी कोरवा, प्रदेश अध्यक्ष,पहाड़ी कोरवा समाज कल्याण समिति छत्तीसगढ़ प्रदेश।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला जशपुर के घोर लापरवाही से पहाड़ी कोरवा विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों का मौत हुआ है इनके द्वारा संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं कार्यालय अम्बिकापुर के निर्देशों को दर किनार कर दिया गया है। इनके द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के निवासरत बसहाटों में डोर टू डोर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित करने से संबंधित निर्देश 25 दिन पहले दिया गया था पर सरपंच एवं ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि इस गांव में कभी कोई किसी प्रकार का शिविर नहीं लगाया गया है जब पहाड़ी कोरवा परिवारों का मृत्यु होने का मामला सामने आया तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी-अधिकारी दौरा कर रहे हैं। 20 सितंबर को संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं कार्यालय के समक्ष ज्ञापन सौंपा था जिसमें संभाग के सभी जिलों में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को चिन्हांकित कर डोर टू डोर स्वास्थ्य परीक्षण करने, स्वास्थ्य शिविर लगाने, जन-जागरूकता शिविर लगाने एवं समुचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने मांग किया गया था। 

उदय कुमार पण्डो, प्रदेश अध्यक्ष, छ.ग.प्रदेश सर्व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज कल्याण समिति।

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