नई दिल्ली, पीटीआइ। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बेंचमार्क उधारी दर या आधार दर में 0.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इससे दूसरे बैंक भी लोन महंगा कर सकते हैं। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, बढ़ोतरी के साथ संशोधित आधार दर 7.55 प्रतिशत हो गई है। नई दर 15 दिसंबर, 2021 से प्रभावी है। जनवरी 2019 से पहले कर्ज लेने वालों पर इस फैसले का असर पड़ने वाला है।SBI जनवरी 2019 से रेपो दर से जुड़ी बाहरी बेंचमार्क उधार दर (EBLR) में माइग्रेट हो गया है। EBLR दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह दर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की बेंचमार्क ब्याज दर में बदलाव के साथ बदल जाती है। दिसंबर की मौद्रिक नीति में RBI ने रेपो दर को 4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया था। यह लगातार नौवीं बार था जब केंद्रीय बैंक ने विकास दर का समर्थन करने के लिए बेंचमार्क उधार दर पर यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया। बैंक ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट को भी 12.2 फीसदी से संशोधित कर 12.3 फीसदी कर दिया है। घरेलू सावधि जमा के संबंध में बैंक ने 2 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की जमा रकम के लिए इसे 0.1 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया है।
हड़ताल का हाल
इस बीच, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लाखों कर्मचारियों ने देश भर में सामान्य कामकाज को प्रभावित करने वाली सरकार द्वारा बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में शुक्रवार को भी दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रखी। All India Bank Officers’ Confederation (AIBOC), All India Bank Employees Association (AIBEA) and National Organisation of Bank Workers (NOBW)सहित नौ बैंक यूनियनों की संस्था यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) द्वारा दिए गए हड़ताल के आह्वान के बाद शुक्रवार को देश के कई हिस्सों में शाखाएं बंद रहीं। दो दिवसीय हड़ताल के कारण शाखाओं में जमा और निकासी, चेक निकासी और कर्ज मंजूरी जैसी सेवाएं ठप हैं। शनिवार और रविवार को भी बैंक बंद रहेंगे।