अंबिकापुर: सरकार द्वारा गरीब व वंचित परिवारो को मजदूरी देने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत दैनिक मजदूरी दी जा रही है लेकिन सरगुजा जिले के विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चैनपुर में मनरेगा योजना के तहत कार्य किया जा रहा है समस्त मजदूर नियमित रूप से समय पर कार्य कर रहे हैं लेकिन जितना कार्य वे कर रहे हैं उन्हें उसके बदले आधी मजदूरी दी जा रही है जिसको लेकर सभी मनरेगा मजदूर जनपद पंचायत पहुंच कर जनपद सीईओ को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा योजना के द्वारा सन् 2021-22 में दशरूराम के द्वारा उचित रूप से नियमित अवधि के अनुसार कार्य किया गया, था किंतु उसे उम्त कार्य कि उचित राशि प्रदान नहीं किया गया। मनरेगा योजना के तहत कार्य कर रहे हैं उनको उनके कार्य के बदले उचित राशि प्रदान नही किया जा रहा है। एवं सचिव के द्वारा आपसी साठ-गठ के तहत मजदूरों की जो उचित राशि प्रदान किया जाना चाहिए उन्हें दबा दिया जा रहा है।
समस्त ग्रामवासी मनरेगा के तहत कार्य कर रहे है वह सरपंच व सचिव के द्वारा संतुष्ट नही है। वे दूसरे सचिव कि स्थापना करना चाहते है।ग्राम चैनपुर में समस्त मजदूरगण नियमित समय पर कार्य में उपस्थित होते है फिर भी मजदूरी को उनकी पूरी राशि के बदले आधी राशि ही प्रदान करते है जिससे मजदूर परेशान है तथा मजदूरो के अलावा अन्य व्यक्ति जो मजदूरी कार्य नही करते है उनका नाम मनरेगा रोजगार गांरटी के नाम दर्ज हैं तथा उनको उचित शशि प्रदान किया जा रहा है। तथा सहायक सचिव को जानकारी देने रूप से मजदूरों पर भङ्क जाते हैं। चैनपुर में वर्तमान सचिव मनोरंजन एक्का पदस्त है जो कि शराब पीकर अपने नशे में घृत रहते हैं तथा कार्य के प्रति लापरवाही करते हैं। समस्त ग्राम वासियों का मत है कि वर्तमान में सचिव मनोरजन एक्का पदस्त है उनको पद से हटाया जाए जाये तथा नये सचिव कि नियुक्त किया जाये।
ग्रामवासी का कहना है अगर नये सचिव कि नियुक्त नहीं होगी के कोई भी ग्रामवासी मनरेगा योजना गारटी के तहत कार्य नही करेंगे। तथा जब तक नये सचिव कि नियुक्ती नहीं होगी। जिससेनये सचिव कि न्युक्ति हेतु जनपद पंचायत के की मांग की है।
इस विषय में जब मैनपाट जनपद सीईओ जय गोविंद गुप्ता से इस संबंध में बात किया गया तो उन्होंने बताया कि इस विषय पर जांच की जाएगी अगर दोषी पाए जाएंगे तो कार्यवाही की जाएगी।