दिल्ली। पर्यटन नगरी मनाली में सीजन की पहली बर्फ़बारी से पर्यटक चहक उठे हैं। मनाली शहर में दो इंच, जबकि पलचान, सोलंग व कोठी गांव में आधा फीट से अधिक बर्फबारी हुई है। गुलाबा, धुंधी, अंजनी महादेव, फातरु व अटल टनल की ओर आठ इंच बर्फ गिरी है। रोहतांग दर्रे में डेढ़ फीट, जबकि जिला मुख्यालय केलंग में आधा फीट ताजा हिमपात हुआ है। पिछले साल 16 नवम्बर को जबकि 2019 में 12 दिसंबर को पहली बर्फबारी हुई थी।
इस बार छह दिसंबर को पहला हिमपात हुआ है।कोकसर में एक फीट, जबकि सिस्सू से गोंधला तक छह से आठ इंच बर्फबारी हुई है। दारचा घाटी में भी एक फीट से अधिक हिमपात हुआ है। रोहतांग दर्रे सहित समस्त ऊंची चोटियों में एक दिसंबर से हिमपात हो रहा है। अटल टनल रोहतांग भी आवाजाही के लिए बंद हो गई है।पहाड़ों पर हुए हिमपात से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल गये हैं। उन्हें क्रिसमस व न्यू ईयर के दौरान अच्छे व्यवसाय की उम्मीद बढ़ गई है। बर्फबारी को देखते हुए पर्यटक आज मनाली व नेहरुकुंड के आसपास ही बर्फ का आनंद लेंगे। हालांकि दिन के समय फ़ॉर व्हील ड्राइव वाहन सोलंगनाला तक आ सकेंगे। लेकिन सुबह के समय नेहरुकुंड ही सैलानियों के लिए स्नो प्वाइंट बनेगा।होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने बताया कि पर्यटन नगरी मनाली में सर्दियों का पहला हिमपात हुआ है। बर्फबारी से मनाली में पर्यटन कारोबार बढ़ने की उम्मीद जगी है।एसडीएम मनाली डाक्टर सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि बर्फ़बारी को देखते हुए आज पर्यटकों को नेहरुकुंड पर्यटन स्थल तक ही जाने की अनुमति रहेगी। उपायुक्त लाहुल स्पीति नीरज कुमार ने बताया कि समस्त लाहुल स्पीति में बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे सभी वाहनों के पहिये जाम हो गए हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि हालात सामान्य होने तक जरूरी काम से ही घरों से बाहर निकलें।