बलरामपुर जिले के राजपुर से प्रतापपुर मुख्य मार्ग 29 किलोमीटर बनी सड़क पूरी तरह से उखड़ गया। सालों से खस्ताहाल सड़क पे चलना मुश्किल हो गया है। गुडवत्ता ठीक नही होना सड़क के खराब होने के कारण बताया जा रहा है पहले सड़क को पीडब्ल्यूडी और पीएमजीएसवाई ने बनाया था। अब सड़क खेत बन चुका है जर्जर सड़क के कारण आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है जिम्मेदार विभाग मौन बैठे है।
राजपुर से प्रतापपुर को जोड़ने वाली सड़क यह 29 किलोमीटर लंबी है। इसमें से 8 किलोमीटर सड़क दो विभागों ने बनाया था। गोपालपुर से उधेनुपारा से ग्राम पंचायत दबगड़ी तक ढाई किलोमीटर जबकि टुकुडांड़ से बरबसपुर दबगड़ी मार्ग में 4.65 किलोमीटर सड़क बनाया था। ग्रामीणों का कहना हैं कि सड़क बनने के बाद आवागमन शुरू होते ही सड़क में जगह- जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे। कुछ जगहों पर गड्ढे में गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया था। आज सड़क बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुका है। आज सड़क की स्थिति ऐसी है कि आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। पिछले साल पीडब्ल्यूडी विभाग ने अपने चहेते ठेकेदार को करीब 20 लाख रुपए से गड्ढों में मेटल भरने के लिए दिया था। मगर ठेकेदार ने मेटल के स्थान पर खेत की मिट्टी भर कर खानापूर्ति किया था।
आधी राशि कमीशन में तो सड़क कैसी बनेगी
जानकारों का कहना है कि सड़क के निर्माण में आधा से ज्यादा राशि नेता, अधिकारी व ठेकेदार मिलकर डकार जा रहे हैं शिकायतों पर जांच होती है। मामले दर्ज होते हैं लेकिन दोषियों पर कार्रवाई नही होती। सड़कों की हालत सुधानरे के लिए गुडवत्ता का ख्याल नही रखा जा रहा है।
राजपुर-प्रतापपुर मुख्य मार्ग तीन साल पहले बारिश के समय सड़क में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण आवागनम पूरी तरह से बाधित हो चुका था। राजपुर से कर्रा, कुंदी, गोपालपुर होते हुए यात्री बस प्रतापपुर पहुच रही थी। सड़क आज तक जस की तस हालत में पड़ा हुआ है। यात्रियों को गोपालपुर से कुंदी,पतरातू, कर्रा होते हुए राजपुर आना हो रहा है
राजपुर से प्रतापपुर मार्ग 29 किमी.सड़क वर्तमान में 3 मीटर चौड़ाई है अब सड़क करीब 80 करोड़ की लागत से 7 मीटर चौड़ाई बनाया जाएगा। स्टीमेट बनाकर स्वीकृति के लिए भेजा जा रहा है। वर्तमान में जर्जर सड़क के लिए कुछ व्यवस्था बनाया जा रहा है।
जेके. तिग्गा, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग,राजपुर- कुसमी।