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सूरजपुर। कलेक्टर डॉ.गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में डॉ. सुभाष मिश्रा, संचालक महामारी नियंत्रण सह राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रणवीर बघेल, राज्य सलाहकार, डाॅ. आर.एस. सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं डॉ. शशि तिर्की, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक की उपस्थिति में नेत्र सर्जन व नेत्र सहायक अधिकारियों की बैठक कर जिले को मोतियाबिंद मुक्त करने की कार्ययोजना पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई तथा आपरेशन हेतु मरीजों के चयन तथा उनके परिवहन की सहजता पर जोर दिया गया। क्रमबद्ध प्रक्रिया अपनाकर ग्राम, ब्लाक तथा जिले के चिन्हित सभी मरीजों का ऑपरेशन कराया जाये तथा मोतियाबिंद मुक्त ग्राम घोषित करें। इस दौरान संचालक द्वारा नेत्र सहायक अधिकारियों का असेसमेंट भी किया है तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा लाईफ लाईन एक्सप्रेस स्वास्थ्य शिविर में कराये गये आपरेशन की जानकारी साझा की गई। जिस पर नेत्र सर्जन व नेत्र सहायक अधिकारी से आपरेशन हुए मरीजों का फॉलोअप की स्थिति व आपरेशन के 6 सप्ताह बाद आवश्यक वाले मरीजों को निःशुल्क चश्मा प्रदान किया जाये। जिसकी जानकारी डाँ. तेरस कंवर नोडल अधिकारी एवं मुकेश राजवाड़े सहायक नोडल अधिकारी द्वारा दी गई। लाइफ लाइन एक्सप्रेस में मोतियाबिंद के सूरजपुर जिला से 627, अन्य जिलों से 139 व अन्य राज्यों के 13 कुल 779 ऑपरेशन हुए हैं। 03 मरीजों में जटिलता पाई गई थी जिसे सीएमएचओ डॉ. आरएस सिंह व प्रशासन की तत्परता से मेडिकल कालेज रायपुर भेज कर सफल ऑपरेशन कराया गया। संचालक जिले में लाईफ लाईन एक्सप्रेस के दौरान किये कार्याे के लिए सभी की प्रशंसा की गई। विकासखंड भैयाथान में मोतियाबिंद मुक्त सर्वेक्षण कार्य पूर्ण है जिस पर भी चर्चा की गई। अमित चौरसिया नेत्र सहायक अधिकारी द्वारा भैयाथान में नेत्र ओटी क्रियाशील करने के लिए प्रस्ताव रखा गया, जिससे समीपस्थ विकासखंड प्रतापपुर व ओड़गी के मरीज लाभान्वित होंगे व आपरेशन में भी वृद्धि होगी। जिस पर संचालक द्वारा सहमति देते हुए कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से एक जिला स्तरीय कमेटी गठित करन नेत्र ओटी क्रियाशील करने की प्रक्रिया अपनाने की सलाह दी गई। उक्त बैठक में डॉ. प्रवादा चतुर्वेदी नेत्र सर्जन, मारुति नंदन, दीपक गुप्ता, ऋतुराज, पुष्पराज, महेश्वरी, शेष नारायण, समस्त नेत्र सहायक अधिकारी उपस्थित रहे।तत्पश्चात संचालक महामारी नियंत्रण सह राज्य कार्यक्रम अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक एवं नोडल अधिकारी अंधत्व की बैठक कलेक्टर के साथ हुई। जिसमें जिले को मोतियाबिंद मुक्त करने के संबंध विस्तार पूर्वक चर्चा की गई व आपरेशन हेतु आवश्यक दवाई, उपकरण व अन्य आवश्यक सामग्री की आपूर्ति हेतु निर्देश दिए गए।