नई दिल्ली। देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआइएल) के चेयरमैन व एमडी मुकेश अंबानी ने कहा है कि सामाजिक-आर्थिक प्रगति के लिए टेलीकाम क्षेत्र में 2जी से 4जी और 5 जी में जल्द से जल्द शिफ्ट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 5जी की शुरुआत राष्ट्रीय प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन सिर्फ सस्ती टेलीकाम सेवा से काम नहीं चलेगा। मोबाइल फोन के प्रसार को तेज गति से बढ़ाने के लिए सस्ते फोन भी उपलब्ध कराने होंगे। इस काम के लिए यूनिवर्सल सर्विस आब्लिगेशन (यूएसओ) फंड से खास वर्ग को मोबाइल फोन की खरीद पर सब्सिडी दी जा सकती है। उन्होंने ब्राडबैंड कनेक्टिविटी के काम में तेजी लाने के साथ टेलीकाम उपकरणों का घरेलू निर्माण शुरू करने की भी जरूरत बताई।
देश को फाइबर की जरूरत
इंडिया मोबाइल कांग्रेस में अंबानी ने कहा कि करोड़ों गरीब ग्राहक अब भी 2जी सेवा तक सीमित हैं, जिसके चलते उन्हें डिजिटल क्रांति का लाभ नहीं मिल पाया है। रिलायंस जियो फिलहाल 4जी और 5जी सेवा बहाल करने और ब्राडबैंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार पर फोकस कर रही है। अंबानी ने बताया कि हमलोगों ने पूरी तरह से घरेलू 5जी साल्यूशन तैयार कर लिया है। यह इस प्रकार तैयार किया गया है कि बिना किसी परेशानी के 4जी से 5जी पर शिफ्ट हो सकेंगे। अंबानी ने कहा कि भारत में फाइबर कनेक्टिविटी को मिशन मोड में पूरा किया जाना चाहिए। भविष्य की तैयारी के लिए भारत को फाइबर की तैयारी करनी होगी क्योंकि फाइबर की मदद से असीमित डाटा का इस्तेमाल किया जा सकता है। जियो ने 50 लाख घरों में फाइबर सेवा की शुरुआत की है।
टेलीकाम सेक्टर का शुल्क घटाने की जरूरत
मित्तल भारती इंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने इस मौके पर कहा कि टेलीकाम सेक्टर पर शुल्क का बोझ काफी अधिक है। वहीं स्पेक्ट्रम अब भी महंगा है। टेलीकाम उद्योग की मांग है कि सरकार को इन पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि टेलीकाम उद्योग में मुकदमेबाजी काफी अधिक है और अब विवाद को समाप्त करने का समय है। मित्तल ने कहा कि उद्योग को 5जी सेवा की शुरुआत पर फोकस करना चाहिए।