रायपुर: रायपुर के पंडरी थाने की पुलिस ने शहर के एक कारोबारी को पकड़ा है. जमीन की रजिस्ट्री, रिकॉर्ड सही करवाना, जमीनों के सौदे करवाने के काम से जुड़े इस कारोबारी ने माफिया बनकर लाखों की जमीन हड़प ली. एक बुजुर्ग दंपती की शिकायत के बाद अब मोवा के रहने वाले एजाज अहमद को पकड़ा गया है.जबरिया लाखों की जमीन का मालिक बने इस शख्स ने कैसे फर्जीवाड़े की साजिश रची.
54 साल की शाहिन ने साल 1999 में मोवा में 3 हजार वर्ग फुट जमीन खरीदी. उस वक्त जमीन का सौदा 90 हजार रुपए में प्रॉपर्टी डीलर कफील अहमद से हुआ.महिला बेमेतरा की रहने वाली थी. अक्सर यहां आकर अपना प्लॉट देख जाया करती थी.साल 2008 में महिला को पता चला कि उनके प्लॉट के उत्तर से रास्ता है मगर दस्तावेजों में रास्ता पूर्व दिशा से बताया गया है.वो प्रॉपर्टी डीलर कफील के पास पहुंचीं.
इसके बाद ही सारी साजिश शुरू होती है. कफील ने अपने साले एजाज से महिला को मिलवाया. एजाज ने दावा किया कि वो जल्द ही महिला का काम करवा देगा.रिकॉर्ड में सुधार हो जाएगा. भरोसे में लेकर महिला से एजाज ने 50 रुपए के कोरे स्टाम्प पेपर पर साइन ले लिए.महिला से फोटो और कुछ डॉक्यूमेंट भी मांगे.इसके बाद महिला को एजाज टालता रहा. कहता रहा कि सरकारी काम है वक्त लगता है। कुछ समय बाद महिला ने जमीन के दस्तावेजी रिकॉर्ड चेक किए तो महिला की जमीन एजाज अपने नाम करवा चुका था.
दरअसल एजाज ने जिस कोरे स्टाम्प पर महिला से साइन लिए उसकी मदद से एजाज ने एक फर्जी हिबानामा तैयार किया. हिबानामे का मतलब संपत्ति को दान करने से है. कागज पर महिला की तरफ से एजाज ने लिखवा दिया कि जमीन उसे दान कर दी गई. इस तरह से रिकॉर्ड में एजाज ने जमीन अपने नाम कर दी.पुलिस के मुताबिक जिस जमीन पर एजाज ने कब्जा किया वो आज 50 लाख रुपए की है. महिला की शिकायत पर रविवार की रात इसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस इस बात की जांच कर रही है