कांकेर: पुलिस ने चोरी के तीन अरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी अपनी पत्नी को होली पर गिफ्ट देना चाहता था। उसकी नयी-नयी शादी हुई है। पत्नी की इच्छा पूरी करने के लिए उसने दोस्तों के साथ मिलकर पड़ोसी के सूने मकान में ही सेंध लगा दी। वहां से गहने चोरी किए और पत्नी को दे दिए। इतने गहने देखकर पत्नी खुश तो हुई, लेकिन जांच कराने पर आधे नकली निकले। इस बीच CCTV फुटेज से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
दरअसल, पूरा मामला कांकेर थाना क्षेत्र का है। यहां शीतला पारा निवासी राजू गोसाईं अपने परिवार के साथ 16 मार्च को जगन्नाथ पुरी दर्शन के लिए गए थे। वहां से जब 21 मार्च को लौटे तो घर के पीछे के दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। वह अंदर गए तो देखा कि आलमारी को तोड़कर उसमें रखे सोने-चांदी के गहने और एक हजार रुपए गायब हैं। इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी और थाने में FIR दर्ज करा दी।
पुलिस ने जांच शुरू की तो मकान के आसपास लगे CCTV की फुटेज में तीन संदिग्ध दिखाई दिए। इस पर पुलिस ने उनकी जानकारी जुटाई और उन्हें दबोच लिया। पकड़े गए आरोपियों में शीतला पारा निवासी रवि ठाकुर अगरबत्ती बेचने का काम करता है, जबकि रामनगर निवासी गंगाराम सारथी मजदूरी और भूषण उर्फ पप्पू वेल्डिंग का काम करता है। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर चोरी के गहने भी बरामद कर लिए।
होली की रात चोरी की, फिर दुर्ग पहुंच गया
पूछताछ में आरोपी रवि ठाकुर ने बताया वह अपनी नव विवाहिता पत्नी को होली पर गिफ्ट देना चाहता था। इसके लिए उसने अपने दोनों दोस्तों को शामिल किया। उन्हें भी रुपयों की जरूरत थी। पड़ोसी का मकान बंद देख रेकी की और होली की रात वहां घुस गए। अगले दिन रवि अपनी पत्नी के पास दुर्ग पहुंचा और उसे चोरी के सारे गहने गिफ्ट दे दिए। इतने गहने देख पत्नी ने जब उनकी जांच कराई तो अधिकांश नकली निकले।जेवर के साथ ही मकान से 1000 रुपए के अलावा कुछ पुराने सिक्के भी चोरी किए गए थे। चोरी के बाद तीनों ने रकम व जेवर को तीन हिस्सों में बांट लिया था। आरोपियों ने रुपए शराब पीने में खर्च कर दिए। वहीं 1947 के पुराने बेशकीमती सिक्के व कुछ जेवर बाकी दोनों आरोपियों से बरामद किए गए हैं। घर से 52 हजार रुपए की चोरी की गई थी। आरोपी के कब्जे से दरवाजा तोड़ने इस्तेमाल किए गए औजार भी बरामद किए गए है।
थाना प्रभारी शरद दुबे ने बताया अन्य चोरियों को लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। अबतक इनकी अन्य चोरियों में संलिप्तता नहीं पाई गई है। इनका पुलिस में पिछला कोई रिकार्ड भी नहीं है। उन्होंने बताया कि चोरी के गहने पत्नी के पास दुर्ग में ही थे। जब आरोपियों को लेकर गहने बरामद करने के लिए पहुंचे तब उसकी पत्नी को इनके चोरी का होने का पता चला। उसने आरोपी रवि के दिए सभी गहने पुलिस को सौंप दिए हैं।