सूरजपुर: कलेक्टर इफ्फत आरा ने बिश्रामपुर स्थित कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल में जिला स्तरीय स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। समीक्षा बैठक में उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति, बेहतर परिवेश, अनुशासन, स्कूलों में पानी, शौचालय की व्यवस्था सहित अन्य विषयों की समीक्षा की। उन्होंने शिक्षकों को स्कूल में नियमित उपस्थिति दर्ज कर छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की व्यवस्था उपलब्ध कराने निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराएं। शिक्षकों की भूमिका छात्रों के भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है, समय में उपस्थित होकर अध्यापन कार्य कराएं, लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
समीक्षा बैठक में एसडीएम रवि सिंह, संयुक्त संचालक शहेमंत उपाध्याय, सहायक संचालक संजय सिंह, योगेंद्र तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री रॉय, जिला मिशन समन्वयक शशिकांत सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्रोत समन्वयक एवं प्राचार्य उपस्थित थे। कलेक्टर ने राज्य शासन से जो निर्देश प्राप्त हुए हैं उनके बेहतर क्रियान्वयन के लिए शिक्षक हमेशा नियमित उपस्थित रहकर पढ़ाई कराएं बच्चे क्या सीख रहे हैं उनका निरंतर निगरानी कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए परिश्रम कर बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक बेहतर परिवेश में रहे, स्कूल स्तर पर बेहतर अधोसंरचना का विकास करें जिससे स्कूल का माहौल बेहतर होगा। उन्होंने सभी शिक्षकों को अनुशासन में रहकर अध्यापन कार्य करने निर्देशित किया है एवं समय का पालन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्कूलों में पानी की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने स्कूल स्तर पर करने शिक्षकों को निर्देशित किया तथा इसके लिए बेहतर समन्वय बनाकर कार्य करें आने वाले समय में अच्छा परिणाम प्राप्त होगा। उन्होंने सभी शिक्षकों को जिम्मेदारी एवं कर्तव्यों का निर्वाहन इमानदारी पूर्वक करने निर्देशित किया है।
कलेक्टर सुश्री आरा ने प्राचार्यों से सुझाव मांगी तथा जर्जर भवन के संबंध में अवगत होकर उसकी व्यवस्था तत्काल करने निर्देशित किया एवं जर्जर भवन की सूची जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराने निर्देशित किया। उन्होंने जिन स्कूलों में पानी एवं शौचालय संबंधी समस्या है की सूची भी डीईओ को उपलब्ध कराने कहा है। उन्होंने सभी शिक्षकों को छात्रों के अभिभावकों एवं गांव के लोगों से निरंतर वार्ता बनाए रखें और स्कूल में बेहतर वातावरण बनाए रखने के लिए समन्वय बनाकर कार्य करें। उन्होंने जिन छात्रों के जाति प्रमाण पत्र नहीं बने हैं कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए।