अम्बिकापुर: हरेली त्योहार के दिन से पूरे प्रदेश में छत्तीगढ़िया ओलम्पिक का रंगारंग आगाज़ हो गया है। पारम्परिक खेलों के प्रति लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा है, बच्चे से लेकर बुजुर्ग बड़ी संख्या में प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में अभी क्लब स्तर पर प्रतियोगिता जारी है।
ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में क्लब स्तर पर 22 जुलाई तक प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी, इसके बाद विजीत प्रतिभागियों को जोन स्तर में खेलने का अवसर मिलेगा।प्रतियोगिता में दलीय एवं एकल श्रेणी में 16 तरह के पारम्परिक खेलों में तीन आयु वर्ग के लोग हिस्सा ले रहे हैं। जिसमें 18 वर्ष की आयु तक, 18-40 वर्ष आयु सीमा तक और 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल हैं।
नगर निगम अम्बिकापुर के गांधी स्टेडियम में आयोजित खेलों में हिस्सा लेने पहुंची क्लब की सदस्य रोमा यादव ने छतीसगढिया ओलम्पिक को शासन की सराहनीय पहल बताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का धन्यवाद दिया और कहा कि इससे हमारे राज्य के पारम्परिक खेलों को नई पहचान मिली है। मैंने आज यहां रस्सीकूद, 100 मीटर रेस तथा लम्बी कूद में हिस्सा लिया है, मैं और मेरे साथी यहां आकर बहुत खुश हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने तथा प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने, उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और खेल भावना का विकास करने हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक 2023-24 का आयोजन किया जा रहा है। ’छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक’ गांव से लेकर राज्य स्तर तक 6 चरणों में होते हुए 27 सितम्बर 2023 तक चलेगा।