रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुसार बस्तर की पारंपरिक लोक नृत्य, संगीत, गीत, साहित्य और बोली भाषा के संवर्धन और संरक्षण के लिए जगदलपुर के समीप आसना में बादल अकादमी संस्था का संचालन किया जा रहा है। इस संस्था को प्रशासन द्वारा इंदिरा कला एवं संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ से सम्बद्ध कर संस्था में कला के कई विधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बादल रिकार्डिंग स्टूडियों का शुभारंभ, संगीत महाविद्यालय का शुभारंभ,बादल संस्था के त्रैमासिक पत्रिका का विमोचन,गोंडी, भतरी, हल्बी, धुरवा भाषा में संकलित लोकगीत पुस्तक का विमोचन,आमी आव बस्तरिया हल्बी गीत का विमोचन किया। साथ ही बादल संस्था में विभिन्न विधा में प्रदर्शन किये गये कलाकारों का मानदेय वितरण किया।
कलेक्टर ने भी हल्बी गीत आमी आव बस्तरिया दी है अपनी आवाज
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने आमी आव बस्तरिया हल्बी गीत का विमोचन किया गया। इस गीत को बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के. ने अपनी आवाज दी है। बादल अकादमी में स्थापित रिकार्डिंग स्टूडियो में गीत को रिकॉर्ड किया गया है।यह अकादमी द्वारा अपना पहला गीत रिकॉर्ड कर आज विमोचन करवाया गया।