कांकेरः छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने का मामला सामने आया है। हॉस्टल में रहने वाली एक नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। हालांकि पहले को हॉस्टल की संचालिका ने पूरे मामले की छिपाने की कोशिश करते हुए गर्भवती छात्रा को उसके घर भेज दिया। उसके बाद छात्रा का गर्भपात करवा दिया। अब इस मामले में विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं और हॉस्टल संचालिका को निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे घटना का आरोपी कौन है इसका भी खुलासा नहीं हुआ है।

जानकारी के अनुसार, मामला कांकेर जिले के पखांजूर का है। छात्रा यहां एक गांव के आवासीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई करती थी। जब 16 साल की छात्रा के गर्भवती होने का मामला सामने आया तो हॉस्टल की संचालक ने उसे घर भेजकर उसका गर्भपात करवा दिया। छात्रा कब गर्भवती हुई इसकी जानकारी छात्रा भी नहीं दे पाई है। कलेक्टर ने इस मामले में हॉस्टल संचालिका को निलंबित कर जांच के लिए कमेटी बनाई है। इसकी रिपोर्ट दो दिनों में सौंपी जाएगी।

छात्रा के गर्भवती होने की सही डेट नहीं पता चली है। बताया जा रहा है कि गर्भवती होने के बाद छात्रा कई महीनों तक हॉस्टल में ही रही। इस दौरान अप्रैल महीने में जब छात्रा का पेट बढ़ने लगा तो वॉर्डन को इसकी जानकारी हुई। जिसके बाद वार्डन ने तुरंत छात्रा के परिजनों को बुलाया और घर भेज दिया। वार्डन के कहने पर परिजनों ने जिले से बाहर जाकर गर्भपात करवा दिया।

ग्रामीण गर्भपात को लेकर चर्चा करने लगे। 12 जुलाई को जब इस पूरे मामले की शिकायक स्थानीय लोगों ने विधायक विक्रम उसेंडी से की तो मामला सामने आया। विधायक ने इस पूरे मामले में विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। जांच के दौरान हॉस्टल में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं मिले हैं। कलेक्टर द्वारा बनाई गई कमेटी दो दिनों के अंदर पूरे मामले की रिपोर्ट देगी।

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