बलरामपुर।बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के बासेन सर्किल पाढ़ी में वन विभाग ने “एक पेड़ मां के नाम” के तहत हरेली पर्व पर 500 फलदार व मिश्रित पौधरोपण किए। वही महतारी वंदन को 500 फलदार व मिश्रित पौधे वितरण किए। वन मंडलाधिकारी अशोक तिवारी के निर्देश पर उप वन मंडलाधिकारी आरएसएल श्रीवास्तव व वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू के नेतृत्व में वन विभाग ने हरेली पर्व पर पाढ़ी में 500 फलदार और मिश्रित पौधरोपण किए। वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू ने हरेली पर कहा कि हरियाली अमावस्या को मनाएं जाने वाला हरेली त्यौहार का छत्तीसगढ़ के जनजीवन में व्यापक प्रभाव देखा जा सकता है। हरेली के दिन किसान नांगर, हल व कृषि औजार की पूजा करते हैं जो हमारे छत्तीसगढ की कृषि प्रधान संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो हरेली पर्व का महत्व धरती को हरा-भरा बनाये रखने के लिए पेड़-पौधे की महत्ता को भी प्रदर्शित करता है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने “एक पेड़ मां के नाम” लगाने की अपील की है यह एक जन आंदोलन बन गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आम नागरिकों से आव्हान किए है कि धरती को हरा- भरा बनाने हरेली के दिन अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करें। इसी कड़ी में वन विभाग ने पाढ़ी में 500 फलदार व मिश्रित पौधरोपण किए। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य हरियाली से भरा पूरा प्रदेश है। हमारे वनों में जड़ी-बूटियों की बहुलता है  साथ ही कई मूल्यवान प्रजाति के वृक्ष भी वनों में पाए जाते हैं। हमारे वन हमारी जीवन शैली तथा धार्मिक व सांस्कृतिक परम्पराओं के अभिन्न अंग हैं। हमारी तीज-त्योहार भी वृक्षों व वनों की पूजा के बिना पूर्ण नहीं होते हैं। वनों में स्थित हमारे देव स्थलों के संरक्षण के साथ-साथ वनों की संपूर्ण सुरक्षा का दायित्व निभाने में अपनी सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका है।

पौधरोपण के दौरान वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू, शान्ति प्रकाश लकड़ा, विक्रम बखला, विशाल राज सिंह, महिला बाल विकास व वन विभाग के कर्मचारी, महतारी वंदन के महिलाएं, गांव के ग्रामीण महिलाएं, पुरुष उपस्थित थे।

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