अंबिकेश गुप्ता

कुसमी। शिक्षक दिवस के अवसर पर कुसमी विकासखंड शिक्षा कार्यालय (बीईओ) सहित क्षेत्र के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थाओं में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में शिक्षकों की महत्ता और समाज में उनकी भूमिका का जोरदार बखान किया गया। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि गुरु का दर्जा सबसे ऊंचा होता है और उनके बिना ज्ञान अधूरा है।

बीईओ कार्यालय कुसमी में आयोजित समारोह में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विकासखंड शिक्षा अधिकारी रामपथ यादव ने दीप प्रज्वलित कर की और अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकों को अपनी गरिमा बनाए रखते हुए देश और समाज के विकास में योगदान देना चाहिए।

जनपद पंचायत कुसमी के पूर्व उपाध्यक्ष और पूर्व शिक्षा समिति के अध्यक्ष जन्मजय सिंह ने इस अवसर पर सभी शिक्षकों को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “गुरु ही ब्रह्मा और गुरु ही विष्णु होता है क्योंकि गुरु के बिना संसार का कोई ज्ञान पूर्ण नहीं है।” उन्होंने अपने शिक्षक जीवन की स्मृतियों को साझा करते हुए बताया कि शिक्षक ही वह स्तंभ है जो राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।

शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में कुसमी के विभिन्न स्कूलों में भी छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। बीईओ कार्यालय में सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी नंदकुमार गुप्ता, साक्षरता प्रभारी सुनील गुप्ता, शिक्षक राजेंद्र यादव, दीपक सिन्हा, और अन्य कर्मचारीगण मौजूद रहे। सभी ने इस मौके पर शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक मेहनत कर देश की प्रगति में योगदान देने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर जन्मजय सिंह, रामपथ यादव, नंदकुमार गुप्ता, सुनील गुप्ता, राजेंद्र यादव, दीपक सिन्हा, चंदन गुप्ता, बितन राम बंशी, अजय पन्द्राम, और अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी। शिक्षक दिवस का यह आयोजन शिक्षकों की महत्ता को रेखांकित करने के साथ ही उनके योगदान के प्रति आभार प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ।

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