रायपुर। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की राज्य सेवा भर्ती परीक्षा 2021 के घोटाले मामले में सोमवार को पूर्व पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही बहू-बेटे को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए रिश्वत देने के आरोप में ‘बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड’ के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई के मुताबिक दोनों का चयन कथित 45 लाख रुपये रिश्वत लेकर किया गया था। आरोप है कि गोयल ने ग्रामीण विकास समिति के जरिए 20 और 25 लाख रुपये के दो किस्तों में रिश्वत राशि का भुगतान किया था। सोनवानी के रिश्तेदार ग्रामीण विकास समिति के सदस्य थे। आरोप है कि गोयल के बेटे शशांक और बहु भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए ये रिश्वत दी गई थी। शशांक गोयल व भूमिका कटियार कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के बेटी-दामाद हैं।
सीजीपीएससी में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुई गड़बड़ी की 48 शिकायतें राज्यपाल, सीएम और मुख्य सचिव से की गई थी। आयोग ने सीजीपीएससी 2021 के लिए 171 पदों पर प्रारंभिक भर्ती परीक्षा 13 फरवरी 2022 को आयोजित की थी। इसमें 2565 लोग उत्तीर्ण हुए। 26 से 29 मई 2022 को हुई मुख्य परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए थे।
साक्षात्कार के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई थी। भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी सहित सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ एक और एफआइआर हुई है। मामले में ये अब तक की पहली गिरफ्तारी है। जल्द ही अन्य पर भी सीबीआई शिकंजा कसेगी।