गरियाबंद: जिले के मैनपुर से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक रिहायशी क्षेत्र में भालू ने दो शावकों को जन्म दिया है। दोनों शावक अभी केवल एक दिन के हैं और उनकी आंखें भी नहीं खुली हैं।
गौरतलब है कि दो साल पहले भी इसी गांव और उसी घर में भालू ने दो शावकों को जन्म दिया था। बताया जा रहा है कि यह भालू गर्भावस्था के दौरान से ही इस गांव में लगातार घूमती रही थी।भालू और उसके शावकों की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों और वन विभाग की टीम सतत निगरानी कर रही है। वन विभाग ने उक्त स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है। डीएफओ लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि भालू और उसके शावकों की सुरक्षा के लिए 20 दिनों तक लगातार पहरेदारी की जाएगी।
वन विभाग ने गांव के लोगों को भी सतर्क रहने और भालू के आसपास जाने से बचने की सलाह दी है। मौके पर सुरक्षा को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है। भालू अपने शावकों को गोद में सहेजे हुए है और उन्हें अकेला नहीं छोड़ रही है। वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि भालू और उसके शावकों की समुचित सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।