
रायपुर: छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र एंटी टेररिज़म स्क्वाड (ATS) की संयुक्त टीम ने एक बड़े ऑपरेशन में रायपुर से तीन संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पहचान पत्र हासिल करने और इराक में अवैध रूप से प्रवेश करने की योजना बनाने का आरोप है।
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी
मोहम्मद इस्माईल (27), शेख अकबर (23) और शेख साजन (22)—पिछले पांच वर्षों से रायपुर के ताजनगर टिकरापारा क्षेत्र में रह रहे थे। जांच में सामने आया है कि इन्होंने भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार किए थे। पुलिस को संदेह है कि यह नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए अवैध प्रवासियों को इराक भेजने में संलिप्त था।
स 2017 में इसी नेटवर्क के माध्यम से कुछ लोग इराक गए थे, जिनमें से कुछ के ISIS से जुड़े होने की आशंका जताई गई थी। अब इस नेटवर्क का दायरा रायपुर और नागपुर तक फैल चुका है। पुलिस इन आरोपियों के अन्य संपर्कों और संभावित आतंकी कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही है।
यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ एटीएस के एसपी राजश्री मिश्रा और इंस्पेक्टर रामकांत साहूके नेतृत्व में हुआ, जिसमें एडीजी (इंटेलिजेंस) अमित कुमार ने मार्गदर्शन दिया। महाराष्ट्र एटीएस भी इस मामले में अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। गिरफ्तार आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 318(4), 338, 340 और 111B, साथ ही भारतीय पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12(b)के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।