कोरबा। कोरबा जिले के कुसमुंडा क्षेत्र में देर रात हुई आग लगने की घटना में मुस्कान पेट्रोल पंप खाक होने से बाल-बाल बच गया। पेट्रोल पंप के परिसर में टंकी के पास मौजूद 4 वाहन जल गए। मची अफरा-तफरी के बीच आग पर काबू पा लिया गया।
घटना के संबंध में कुसमुंडा थाना प्रभारी निरीक्षक रूपक शर्मा ने बताया कि रविवार-सोमवार की मध्य रात लगभग 12:30 से 1 बजे के बीच इमलीछापर कुचेना मार्ग में स्थित मुस्कान पेट्रोल पंप परिसर में खड़े तीन वाहनों में से एक वाहन में आग लग गई। एक पिकअप वाहन जो फ्यूल परिवहन में लगी हुई थी, वह पेट्रोल पंप परिसर में खड़ी थी और उसी में चिंगारी निकलने के साथ आग बुझाने के लिए पेट्रोल पंप में मौजूद अग्निशमन यंत्रों व बालू से आग बुझाने की कोशिशों के बीच का आग भड़क उठी। फ्यूल वाहन में लगी आग निकट खड़े क्रेन,माल वाहक ऑटो और एक स्कूटी तक भी पहुंच गई। देखते ही देखते ही आग ने भयानक रूप धारण कर लिया। पेट्रोल पंप में मौजूद कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर व्यवस्था बनाने के साथ आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। नगर निगम, एनटीपीसी,एसईसीएल के दमकल वाहन को सूचित कर मौके पर बुलाया गया।
दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत कर सूझबूझ का परिचय देते हुए वाहनों में लगी आग को काबू किया। इस दौरान पेट्रोल पंप तक आग को पहुंचने से रोकने के लिए एहतियातन उपाय भी किए जाते रहे। अंततः आग पर काबू पा लिया गया और पेट्रोल पंप सुरक्षित बच गया। इस घटना में आग की चपेट में आए चार वाहन पूरी तरह जल गए हैं। किसी तरह की जनहानि इस पूरे घटनाक्रम में नहीं हुई है। आग लगने की पहली वजह शार्ट-सर्किट सामने आई है।
इस पूरे घटनाक्रम के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दमकल वाहन के पहुंचने में विलंब से आग बढ़ती चली गई। एसईसीएल का अग्निशमन कार्यालय और यार्ड पेट्रोल पंप से लगभग 1 किलोमीटर दूर नेहरू नगर में जीएम कार्यालय के सामने है लेकिन सूचना दिए जाने के करीब 1 घंटे उसे मौके पर पहुंचने में लग गए। जिस समय फ्यूल वाहन पिकअप में चिंगारी उठी थी और धीरे-धीरे आग बढ़ रही थी, उस समय सूचना दमकल विभाग को दे देने की बात सामने आई है लेकिन मात्र 1 किलोमीटर की दूरी से दमकल वाहन के पहुंचने में लगा समय चिंतनीय है। दूसरी तरफ नगर निगम का दमकल लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तय कर छोटे-बड़े गड्ढों से भरे रास्तों से होते हुए secl के दमकल वाहन से पहले मौके पर पहुंच गया और इसके चंद मिनट बाद एसईसीएल का दमकल पहुंचा। इस बात की स्थानीय लोगों में चर्चा जरूर है कि यदि समय रहते एसईसीएल का दमकल यहां पहुंच जाता तो आग को बढ़ने से रोका जा सकता था।