बलरामपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दुर्गामी सोंच का परिणाम है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में नित नये विकास कार्य गतिमान है, और इसी कड़ी में 100 बिस्तरीय जिला चिकित्सालय आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस है। पहले कभी जिलेवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए संभाग मुख्यालय पर आश्रित होना पड़ता था, वही तमाम सुविधाएं अब बलरामपुर जिला चिकित्सालय में उपलब्ध है। जिला चिकित्सालय में डायलिसिस यूनिट, हमर लैब, ब्लड बैंक, ई-हॉस्पिटल, ऑक्सीजन प्लाट, पोषण पुनर्वास केन्द्र, शिशु गहन चिकित्सा इकाई तथा सिकलसेल की त्वरित जांच इकाई स्थापित की गई है।
प्रदेश के उत्तरी वनांचल में स्थित आदिवासी बाहुल्य बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के जिला चिकित्सालय में ई-हॉस्पिटल के तहत् स्वास्थ्य सुविधाओं को ऑनलाईन किया गया है, इसके साथ ही आपातकालीन यूनिट में 24 घण्टे चिकित्सकों की तैनाती की गई है। वर्ष 2019 में जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक की स्थापना की गई थी, जिसके बाद से अब तक ब्लड का 3085 ट्रांसफ्यूजन किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप आधुनिक तकनीकों से लैस हमर लैब की स्थापना की गई है, तथा हमर लैब के माध्यम से ही सिकलसेल के साथ ही अन्य रोगों की त्वरित जांच की जा रही है। जिला चिकित्सालय में 12 बिस्तरीय शिशु गहन चिकित्सा इकाई स्थापना कर गंभीर रोगों से ग्रसित शिशुओं का उपचार किया जा रहा है, इसके अलावा अस्पताल परिसर में ही 10 बिस्तरीय पोषण पुनर्वास केन्द्र की स्थापना की गई है, वहीं वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल के बाद से वर्ष 2021 में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई है, जिसकी क्षमता 1000 एलपीएम है।
जिला चिकित्सालय में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही 03 बिस्तरीय डायलिसिस यूनिट की स्थापना 18 अक्टूबर 2021 को की गई थी, और स्थापना उपरांत 17 मरीजों को डायलिसिस यूनिट में पंजीकृत किया गया था, तथा वर्तमान समय में 06 मरीज निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा का लाभ ले रहे हैं, इसके साथ ही डायलिसिस यूनिट का विस्तार करते हुए अतिरिक्त 02 बिस्तरीय डायलिसिस यूनिट का निर्माण किया जा रहा है, जिसका निःशुल्क लाभ भविष्य में मरीजों को मिल सकेगा।