रायपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को भूमि सम्मान से नवाजा गया। उसके साथ ही प्रदेश के दो जिलों सरगुजा और बेमेतरा को भी भूमि प्रबंधन और प्रशासन के लिए भूमि सम्मान प्लेटिनम सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश को भूमि प्रबंधन के लिए सम्मान मिलना पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। उन्होंने प्रदेश के राजस्व विभाग और सरगुजा तथा बेमेतरा जिला प्रशासन को इस उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया लैण्ड रिकार्ड मॉडर्नाईजेशन प्रोग्राम (डीआईएलआरएमपी) अंतर्गत प्रदेश में बेहतर काम हुए है, जिससे आम लोगों को भूमि संबंधी जानकारियां मिलना आसान हुआ है।
गौरतलब है कि डिजिटल इंडिया लैण्ड रिकार्ड मॉर्डनाईजेशन प्रोग्राम (डीआईएलआरएमपी) अंतर्गत प्रदेश में भूमि प्रबंधन से जुड़े 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसी तरह भूमि प्रबंधन से जुड़े चार घटकों, लैण्ड रिकार्ड का डिजिटाइजेशन, पंजीयन कार्यालय से समन्वय, मॉडल रिकार्ड रूम की स्थापना में प्रदेश के सरगुजा और बेमेतरा जिले में शतप्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके हैं। ये जिले भूमि प्रबंधन में देश के शीर्ष जिलों में शामिल हैं।
नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राज्य स्तर में नीलम नामदेव एक्का सचिव राजस्व विभाग, किरण कौशल महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक, रमेश शर्मा संचालक भू-अभिलेख ने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू के हाथों लैंड गवर्नेंस और प्रशासन में छत्तीसगढ़ को मिला भूमि सम्मान ग्रहण किया। इसी प्रकार बेमेतरा कलेक्टर पीएस एल्मा और सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने राष्ट्रपति के हाथों भूमि सम्मान ग्रहण किया।
पुरस्कार समारोह में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, और केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल, भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव सोनमणि बोरा उपस्थित थे।