जामुल/दुर्ग: एसीसी लिमिटेड के साथ कोयला आपूर्ति में गड़बड़ी और धोखाधड़ी के मामले में वर्धमान ट्रांसपोर्ट के मालिक लोकेश जैन को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला तब सामने आया जब एसीसी लिमिटेड के क्वालिटी चेक के दौरान वर्धमान ट्रांसपोर्ट द्वारा आपूर्ति किए गए कोयले में गंभीर गड़बड़ी पाई गई। तीन ट्रकों में लाए गए कोयले का कैलोरी मान निर्धारित मानकों से काफी कम था, जिससे कंपनी को भारी नुकसान हुआ। 

कैसे हुआ खुलासा?

एसीसी लिमिटेड ने नियमित क्वालिटी जांच के दौरान कोयले की गुणवत्ता में अनियमितता पाई। इसके बाद कंपनी ने मामले की जानकारी पुलिस को दी, और जामुल पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। भारतीय दंड संहिता की धारा 407 (आपराधिक विश्वासघात) और धारा 511 (अपराध करने का प्रयास) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। 

जांच में सामने आया कि वर्धमान ट्रांसपोर्ट के ड्राइवर और मालिक मिलकर कोयले की चोरी और घटिया सामग्री के साथ मिलावट का खेल कर रहे थे। चोरी किए गए कोयले को कम गुणवत्ता वाले मटीरियल के साथ मिलाकर एसीसी लिमिटेड को सप्लाई किया जा रहा था। ड्राइवरों की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने इस गोरखधंधे को कबूल कर लिया। 

एसीसी लिमिटेड के सख्त ऑडिट और क्वालिटी कंट्रोल सिस्टम ने इस धोखाधड़ी को बेनकाब किया। इस घटना ने इंडस्ट्री में सप्लाई चेन मॉनिटरिंग की अहमियत को फिर से रेखांकित किया है। बड़ी कंपनियां अब अपनी आपूर्ति श्रृंखला में पारदर्शिता और सतर्कता को प्राथमिकता दे रही हैं। 

इस मामले ने सप्लाई चेन में काम करने वाली कंपनियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसीसी लिमिटेड की इस कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूरी है।यह घटना एक चेतावनी है कि उद्योगों को अपने ऑडिट और मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत करना चाहिए। सतर्कता और सही तकनीकों के इस्तेमाल से बड़े पैमाने पर हो रहे घोटालों को रोका जा सकता है।  इस मामले की जांच अभी भी जारी है, और कानून जल्द ही इस गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों को भी घेरे में ले सकता है।

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