बीजापुर: नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। थाना बासागुड़ा क्षेत्र के रेखापल्ली जंगलों में माओवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में PLGA प्लाटून नंबर 10 के कमांडर जोगा माड़वी समेत तीन नक्सलियों को मार गिराया गया। घटनास्थल से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि माओवादी कमांडर विज्जा और उसूर LOS कमांडर देवा समेत 30-40 सशस्त्र माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर DRG, STF, CoBRA, और CRPF की संयुक्त टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। मुठभेड़ 8 नवंबर की सुबह 11 बजे शुरू हुई, जब माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने अपनी पोजीशन संभालते हुए माओवादियों को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया। लेकिन जब माओवादियों ने फायरिंग जारी रखी, तो सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। लगभग कई घंटों तक चली इस मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में तीन वर्दीधारी माओवादियों के शव बरामद किए गए, जिनमें जोगा माड़वी (DVC) शामिल है। इसके अलावा, एक SLR राइफल, एक स्नाइपर वेपन, एक 12 बोर राइफल, एक पिस्टल, और दो भरमार राइफलें बरामद की गईं।मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर खून के निशान मिले, जिससे संकेत मिलता है कि कई अन्य माओवादी भी मारे गए या घायल हुए हो सकते हैं। उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा, कमलोचन कश्यप ने बताया कि यह ऑपरेशन माओवादियों के कोर इलाकों में उनके खात्मे की दिशा में बड़ा कदम है। इससे नक्सलियों के खेमे में दहशत का माहौल है।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज, सुंदरराज पी. ने बताया कि बस्तर संभाग में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियानों में इस वर्ष अब तक 192 नक्सलियों के शव बरामद, 782 गिरफ्तार और 783 ने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने क्षेत्र के युवाओं से अपील की कि वे नक्सलवाद का त्याग कर मुख्यधारा से जुड़ें और सरकार की पुनर्वास योजनाओं का लाभ उठाएं।