नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से आज पूरी दुनिया वाकिफ है। हर साल नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी आज 74 वर्ष के हो गए हैं। उनका जीवन बचपन से ही संघर्षों से भरा रहा है। बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने कर्तव्यपथ पर लगे रहे। हौसले इतने बुलंद कि एक साधारण संघ के कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने शुरुआती दिनों में काम किया। इसके बाद जब उन्हें पहली बार गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया तब से लेकर आजतक राजनीतिक जीवन में पीएम मोदी ने पलटकर पीछे नहीं देखा। पीएम मोदी तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। ऐसे में आज उनके जन्मदिन के अवसर पर हम पीएम मोदी के राजनैतिक जीवन और उसके सफर के बारे में बताने वाले हैं।
आरएसएस से पुराना रिश्ता
पीएम नरेंद्र मोदी का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से काफी पुराना रिश्ता है। साल 1958 में पीएम नरेंद्र मोदी को गुजरात प्रांत के प्रचारक लक्ष्मण राव इनामदार ने इन्हें बाल स्वयंसेवक की शपथ दिलाई थी। इसके बाद से ही पीएम मोदी संघ में लगे हुए हैं और संघ के सक्रिय सदस्य बन गए। बताया जाता है कि ये वो दौर था जब पीएम मोदी को स्कूटर तक चलाना नहीं आता था। यही वजह थी कि वह भाजपा के नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के साथ घूमा करते थे।
भाजपा में एंट्री और राजनीति की शुरुआत
साल 1985 में लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में पीएम मोदी ने भाजपा की सदस्यता ली। पीएम मोदी पार्टी के एक्टिव कार्यकर्ता बन गए और देखते ही देखते भाजपा में उन्हें कई बड़ी जिम्मेदारियां मिलने लगीं। साल 1988-89 में मोदी को गुजरात भाजपा का महासचिव बनाया गया। इसके बाद साल 1995 में पीए मोदी को भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया।
गुजरात के बने मुख्यमंत्री
अब दौर आता है साल 2001 का। इस समय गुजरात में भूकंप आते हैं और काफी तबाही मचती है। इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद गुजरात की जिम्मेदारी संभालने के लिए नरेंद्र मोदी को दिल्ली से भेजा गया। इस तरह वे पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बनें। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक अच्छे काम किया। इसका परिणाम यह हुआ कि गुजरात की जनता ने उन्हें 34 बार 2001 से 2014 तक गुजरात का मुख्यमंत्री चुना।
लोकसभा चुनाव और मोदी बने प्रधानमंत्री
अब साल आ गया था 2014 का। जनता यूपीए सरकार के खिलाफ विकल्प तलाश रही थी। इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले थे। ऐसे में एनडीए की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा नरेंद्र मोदी को चुना गया। इस चुनाव में एनडीए ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की और नरेंद्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने। इसके बाद साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए ने फिर से प्रचंड जीत हासिल की, जिसके बाद पीएम मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने और फिर साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में गठबंधन की सरकार बनने के बाद तीसरी बार नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री चुना गया।