बिहार: बिहार के भागलपुर में प्रेमी के घर धरने पर बैठी प्रेमिका ने जमकर ड्रामा किया। उसे समझाने पुलिस पहुंची थी, लेकिन वो मान नहीं रही थी। इस बीच उसने अपने कलाई काट ली। इसके बाद भी लड़की वहां से हटने को तैयार नहीं थी जिसके बाद मौके पर पहुंची महिला दरोगा किरण सोनी ने उसकी पिटाई कर दी। उसके हाथ से खून टपक रहा था। महिला दरोगा ने उसे एक के बाद एक कई थप्पड़ लगाए। फिर बाल पकड़कर जबरदस्ती घसीटते हुए गाड़ी में बैठाया और अस्पताल ले गईं। मामला देर रात सुलतानगंज थाने का है जहां प्रेमी मनीष कुमार (28) के घर प्रेमिका साक्षी कुमारी (24) धरने पर बैठी थी। साक्षी को भनक लगी थी कि मनीष की शादी कहीं और हो रही है।
मनीष के परिजनों ने साक्षी को रखने से कर दिया इनकार
पूरा मामला शादी का झांसा देकर यौन शोषण से जुड़ा है। साक्षी का कहना है कि 2023 में सुल्तानगंज थाने के प्राइवेट ड्राइवर मनीष कुमार और अब्जूगंज निवासी साक्षी कुमारी के बीच थाने में ही संपर्क हुआ। बातचीत दोस्ती में बदली और फिर दोस्ती प्यार में। इस बीच दोनों ने शादी करने का फैसला किया। एक होटल में मनीष ने साक्षी की मांग में सिंदूर भरी और साथ जीने-मरने की कसमें खाई। मनीष ने कई बार शारीरिक संबंध भी बनाए। इसके बाद मनीष के परिजनों ने साक्षी को रखने से इनकार कर दिया।
साक्षी को जानकारी मिली कि मनीष की कहीं और शादी होने वाली है, तो गुरुवार देर रात साक्षी मनीष के घर पहुंच गई और वहीं धरने पर बैठ गई। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर महिला थानेदार किरण सोनी पहुंची। कुछ देर बाद साक्षी ने अपनी कलाई की नस काट ली। इसके बाद साक्षी को सुल्तानगंज के रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया जहां से बेहतर इलाज के लिए मायागंज सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान पीड़िता ने बताया कि एक होटल में मनीष कुमार ने उससे शादी की है, लेकिन अब वह साथ रखने से इनकार कर रहे हैं। परिजन उसकी शादी कहीं और तय कर रहे हैं। पुलिस पर भी उन्होंने आरोपी मनीष कुमार को सपोर्ट करने का आरोप लगाया है। साक्षी की मां सीमा देवी ने कहा कि मनीष कुमार ने महिला थानेदार किरण सोनी को पैसे देकर भेजा था। किरण सोनी, साक्षी को पीटने लगी। इसके बाद साक्षी ने अपनी कलाई की नस काट ली।
वहीं, इस मामले में महिला थानेदार किरण सोनी ने बताया कि मामला कोर्ट में चल रहा है। मनीष की गिरफ्तारी पर कोर्ट ने रोक लगाई है। साक्षी अपने प्रेमी के घर पहुंच धरना दे रही थी। मामले की सूचना के बाद मैं मौके पर पहुंची। साक्षी को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसने अपनी कलाई की नस काट ली। उसे हमलोग सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल लेकर गए, जहां से बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल भेजा गया है।