कोरिया: जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर कुलदीप शर्मा के मार्गदशन मे जिले मे बाल श्रमिक अपशिष्ट संग्राहक भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चें के रेस्क्यू एवं पुर्नवास हेतु अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे बच्चे जो बिना किसी सहारे के सड़कों पर अकेले रहते है, दिन में सड़कों पर रहते है और रात में निकट की झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों में रहने वाले अपने परिवार के पास घर वापस आ जाते है। ऐसे श्रेणी के बच्चो को अपनी उत्तर जीविका, भोजन, पानी, आश्रय एवं संरक्षण हेतु प्रतिदिन विभन्न प्रकार के संघर्षो एवं चुनौतियों का सामना करना पडता है। इन बच्चों का पहचान कर उन्हें संरक्षण प्रदान करने उनके परिवारो को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु जिला बाल संरक्षण इकाई, चाईल्ड लाईन के द्वारा रोड मैप तैयार कर श्रमिक क्षेत्रो मे सड़क के किनारे रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, बाजारो मे चौक-चौराहो पर, यात्री प्रतिक्षालयों मे, कोयला क्षेत्र मे शहरी क्षेत्र मे लगातार जागरूक्ता अभियान, प्रचार-प्रसार एवं बच्चो का चिन्हांकन किया जा रहा है।