रायपुर: राज्य शासन के निर्देशानुसार किसानों को मानक गुणवत्ता के उर्वरक एवं प्रमाणित बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विक्रेता संस्थानों की जांच-पड़ताल का सघन अभियान पूरे राज्य में संचालित किया जा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम अपने इलाके में खाद-बीज विक्रेता संस्थानों पर आकस्मिक रूप से दबिश देकर सैंपल लेने के साथ ही स्टॉक, मूल्य सूची प्रदर्शन, रसीद बुक, लाइसेंस आदि की जांच कर रहे हैं। विक्रेता संस्थानों में किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर दुकानों को सीलबंद करने के साथ ही नोटिस जारी की जा रही है।

बलौदाबाजार जिले में कलेक्टर दीपक कुमार सोनी के मार्गदर्शन में खाद-बीज एवं कीटनाशक औषधियों की गुणवत्ता जांच के लिए विक्रेता संस्थानों से सैंपल लिए जाने के साथ ही लाइसेंस, स्टॉक, मूल्य सूची प्रदर्शन, विक्रय रसीद सहित अन्य दस्तावेज की जांच भी अधिकारी कर रहे हैं। आज जिले के विभिन्न इलाकों में जांच-पड़ताल के दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों को विक्रेता संस्थानों में मिली गड़बड़ी के मद्देनजर तीन उर्वरक विक्रेताओं को नोटिस जारी की गई है। उप संचालक कृषि बलौदाबाजार-भाटापारा ने बताया कि कृषि विभाग के निरीक्षकों की टीम ने कसडोल ब्लॉक के गिधौरी स्थित भरत कृषि केन्द्र एवं करगी स्थित अनुमान कृषि केन्द्र के निरीक्षण के दौरान प्रमाण पत्र संधारित न करने़ तथा सिमगा ब्लॉक अंतर्गत ओम कृषि केन्द्र सुहेला में स्टॉक व मूल्य सूची का प्रदर्शन नहीं होने के कारण तीनों संस्थानों के संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब-तलब किया गया है।

उप संचालक कृषि ने कृषकों से उर्वरक विक्रय केन्द्रों से पीओएस के माध्यम से ही उर्वरकों का क्रय करें तथा क्रय किये गये सभी आदान सामग्रियों जैसे कि उर्वरक, बीज एवं कीटनाशक का पक्का बिल प्राप्त करने की अपील की है।

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