अंबिकापुर।आदिवासी युवक राजमिस्त्री संदीप लकड़ा हत्याकांड मामले में पुलिस की लापरवाही पर सख्त कदम उठाया गया है। उप निरीक्षक आरसी राय और आरक्षक रुपेश महंत को इस मामले की लीपापोती करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। रेंज आईजी द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद मामला और भी गंभीर हो गया है । जांच के बाद अन्य पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिर सकती है।

दरअसल इस जांच में उप निरीक्षक रमेश चंद्र राय, जो वर्तमान में जिला कोरिया में पदस्थ हैं, और आरक्षक रुपेश महंत, जो वर्तमान में सीतापुर थाना में तैनात हैं, पर आरोप सिद्ध हुआ कि उन्होंने अपने कर्तव्यों का सम्यक निर्वहन नहीं किया और मामले में गंभीर लापरवाही की। इसके चलते, उप निरीक्षक राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केंद्र जिला कोरिया में सम्बद्ध किया गया है, वहीं आरक्षक महंत को रक्षित केंद्र अम्बिकापुर भेजा गया है।

इस बीच, सर्व आदिवासी समाज ने आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सीतापुर थाने का घेराव किया। पांडेय पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर संदीप लकड़ा की हत्या कर शव को जमीन में दफना दिया और उस स्थान पर पानी की टंकी का निर्माण करवा दिया।

प्रशासन की ओर से दिए गए लिखित आश्वासन के बाद सर्व आदिवासी समाज का प्रदर्शन समाप्त हुआ। पुलिस प्रशासन ने तीन दिनों के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। प्रदर्शनकारियों ने साफ किया है कि वे मृतक संदीप लकड़ा का शव तभी स्वीकार करेंगे जब आरोपियों की गिरफ्तारी और 2 करोड़ रुपये का मुआवजा मिल जाएगा।

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