रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा राज्य में रासायनिक उर्वरकों, बीज एवं पौध संरक्षण औषधियों की गुणवत्ता पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने इलाकों में लगातार दबिश देकर बीज, खाद और कीटनाशक औषधियों के सेम्पल ले रहे हैं, जिसकी जांच गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में की जा रही है। खरीफ सीजन 2024 में अब तक राज्य में बीज के 71 नमूने तथा रासायनिक उर्वरक के 18 नमूने तथा पौध संरक्षण औषधियों के 19 नमूने जांच में अमानक पाए गए हैं, जिनके लाट के विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने के साथ ही संबंधित फर्मों को कृषि विभाग ने नोटिस जारी किया गया है।
अपर संचालक कृषि से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ सीजन 2024 में बीज के 5000, उर्वरक के 3700 तथा पौध संरक्षण औषधि के 777 नमूने लिए जाने का लक्ष्य है। विभागीय अधिकारियों की टीम द्वारा अब तक बीज के 4631 नमूने लिए गए हैं, जिन्हें प्रयोगशाला भेजकर परीक्षण कराया गया है। परीक्षण में 4119 नमूने मानक स्तर के तथा 71 अमानक स्तर के पाए गए हैं, जबकि 441 नमूने अभी परीक्षण की प्रक्रिया में हैं।
इसी तरह रासायनिक उर्वरकों की गुणवत्ता की जांच-पड़ताल के लिए कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षकों द्वारा 2638 नमूने विभिन्न संस्थानों से एकत्र कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। अभी तक प्राप्त रिपोर्ट में 896 नमूने मानक स्तर के तथा 18 नमूने अमानक स्तर के मिले हैं। 1664 नमूने अभी जांच की प्रक्रिया में हैं, जबकि 60 नमूने कतिपय कारणों से निरस्त कर दिए गए हैं। अमानक बीज एवं खाद के लाट के विक्रय को विभाग द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के साथ संबंधित संस्थाओं को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है। कृषि विभाग की टीम कीटनाशक औषधियों के गुणवत्ता की भी लगातार जांच कर रही है। जांच पड़ताल टीम ने अब तक कुल 286 सेम्पल विभिन्न फर्मों से लिए हैं, जिसमें से 167 सैम्पल मानक स्तर के और 3 अमानक पाए गए हैं। 86 सैंपल अभी जांच की प्रक्रिया में हैं, जबकि 14 सैंपल कतिपय कारणों से निरस्त हुए हैं।