अंबिकापुर:-पुलिस अधीक्षक सरगुजा तुकाराम काम्बले (भा.पु.से.) के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुजा विवेक शुक्ला (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा (भा.पु.से.) एवं अनुविभागीय अधिकारी अम्बिकापुर श्री अशिलेश कौशिक (रा.पु.से.) के कुशल मार्गदशन में थाना अम्बिकापुर में दर्ज ऑनलाईन धोखाधड़ी के मामले में अंर्तराज्जीय गिराह को पकड़ने में सरगुजा पुलिस को सफलता मिली है।
अम्बिकापुर में 20 नवम्बर 2021 को नमनाकला अम्बिकापुर निवासी युवती का सामान डी.टी.डी.सी कोरियर से आने वाला था किंतु समय पर नहीं पहुचने के कारण गूगल में डी.टी.डी.सी कोरियर का नम्बर सर्च कर पूछताछ की जो अपना मोबाईल नम्बर गूगल पर रजिस्टर हाने के कारण फोन आरोपियों के पास लगा। आरोपियों द्वारा गुगल पर अपना वेब पेज बनाकर गुगल में यह दर्शाया जाता था कि आरोपीगण कोरियर संबंधित हेल्प लाईन का कार्य करते हैं। पीड़िता द्वारा जब गुगल सर्च इंजन से कस्टमर केयर का नम्बर सर्च कर मोबाईल नम्बर 6289768672 पर कॉल किया गया, मोबाईल धारक ने अपने आप को डी.टी.डी.सी. कुरियर का कर्मचारी बताया और साथ ही यह कहा गया कि एरिया पिन कोड मैच न होने की वजह से आपका सामान डिलीवर नहीं हो पा रहा है, जिस पर प्रार्थिया द्वारा डी.टी.डी.सी. के ऑफिस से समान प्राप्त करने की बात कही गई तब उक्त मोबाईल नम्बर से यह बताया गया कि आप को ऑफिस से भी सामान नहीं मिल पायेगा क्योंकी आपको इसके लिए एक ऑनलाईन रिक्वेस्ट करनी पड़ेगी जिससे आपका सामान आप तक पहुंच जाएगा इसके पश्चात् आरोपी द्वारा पीड़िता के मोबाईल पर एक लिंक भेजा गया तथा उस लिंक में दी हुई जानकारी भरने को कहा गया, और उस लिंक को भरकर मोबाईल नम्बर 7669300771 पर भेजने को कहा गया। लिंक भेजने के पश्चात् कुछ ही समय में युवती के खाते से 85000 (पचासी हजार रूपये) कट गए जिस पर प्रार्थिया द्वारा सायबर सेल अम्बिकापुर को इसकी सूचना दी गई, साईबर सेल द्वारा त्वरीत कार्यवाही करते हुए साईबर पोर्टल पर वांछित जानकारी प्रेषित की गई तथा लगभग एक सप्ताह के अंदर आरोपीगण के खाता में 69,000 रूपये होल्ड करवा दिया गया, एवं प्रार्थिया द्वारा थाना अम्बिकापुर में अपराध दर्ज कराया गया था। जिसकी जांच दौरान थाना अम्बिकापुर अपराध क्र- 1244 धारा 420 भा.द.वि. का दर्ज कर विवेचना में लिया गया। आरोपी गंण के खाते में रूपये होल्ड लगने के पश्चात् श्रीमान् पुलिस अधीक्षक द्वारा यह आदेशीत किया गया कि उक्त आरोपियों को पकड़ने के लिए विधि संगत कार्यवाही की जावे विवेचना दौरान प्रकरण में ऑनलाईन ठगी पाए जाने पर तकनीकी जानकारी हेतु प्रकरण सायबर सेल को सुपुर्द किया गया।
सायबर सेल द्वारा प्रकरण में तकनीकी जानकारी प्राप्त किया गया प्रथम दृष्टया आरोपियों के द्वारा संचालित मोबाईल नम्बर, यू.पी.आई. आई. आडी. का बारिकी से जांच किया गया जिस पर ऑन लाईन ठगी के लिए उपयोग किया गया मोबाईल नम्बर नवादा बिहार राज्य में पाए जाने से पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा विशेष टीम बनाकर टीम को आरोपियों के धर पकड़ कार्यवाही के लिए रवाना किया गया।निरीक्षक विजय प्रताप सिंह सायबर सेल प्रभारी, एवं उप निरीक्षक विद्याभुषण भारद्वाज की अगुवाई में विशेष टीम द्वारा नवादा बिहार जाकर आरोपियों के बारे में तत्यात्मक जानकारी इकट्ठा कर पर घेराबंदी कर छापामार कार्यवाही की गई।
छापामार कार्यवाही दौरान 04 आरोपी . मो. शाहिद रजा आ. मो. शमसुद्दीन उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम अहारडीह थाना गांडे गिरीडीह झारखण्ड। . मो. जियुल्ल अंसारी आ. अब्दुल बहाब उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम अहारडीह थाना गांडे गिरीडीह झारखण्ड। मो. अली हुसैन आ. मुमताल उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम अहारडीह थाना गांडे गिरीडीह झारखण्ड। मो. अयुब अंसारी आ. सफीक अंसारी उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम अहारडीह थाना गांडे गिरीडीह झारखण्ड सभी चारो आरोपी ऑनलाईन ठगी के लिए विधिवत सेट-अप बनाकर ऑनलाईन ठगी कर रहे थे।आरोपियो के ठिकाने को तलाश कर संदेह के आधार पर कोतवाली अम्बिकापुर लाकर पुछताछ किया गया जहां आरोपियों द्वारा अपना जुर्म स्वीकार कर अपराध करने के तरीके के बारे में बताया गया। प्रार्थिया से किये गए ठगी में उपयोग मोबाईल, लैप्टॉप, बैंक खातों के साथ-साथ ऑनलाईन ठगी के लिए तैयार सेट-अप में कुल 11 नग मोबाईल, 02 नग लैप्टॉप, 11 नग ए.टी.एम. कार्ड के साथ नगद पांच लाख तेरह हजार रूपये जप्त किया गया है, साथ ही आरोपियों के विभिन्न खातों को सीज करने की कार्यवाही की गई।
पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा गठित विशेष टीम में प्रकरण के जांचकर्ता अधिकारी थाना प्रभारी अम्बिकापुर राहुत तिवारी, सायबर सेल निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, उप निरीक्षक विद्धाभूषण भारद्वाज, ओम प्रकाश यादव के साथ प्र.आर. गंभीर साय, प्रवीण राठौर, आर. विकास मिश्रा, अनुज जायसवाल, भोजराज पासवान, अनुराग साय, अतुल शर्मा, संजीव पाण्डेय, कुन्दन सिहं, शिव राजवाडे द्वारा घेराबंदी कर आरोपियों की गिरफ्तारी में सफल योगदान रहा है।