रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कैबिनेट में बदलाव हुआ है। मंत्री केदार कश्यप को अब नई जिम्मेदारी दी गई है, इसे लेकर आधी रात एक आदेश भी जारी हुआ। केदार कश्यप को संसदीय कार्य मंत्री का प्रभार भी दिया दिया गया है। केदार के पास वन-जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास-सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी पहले से है।
छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन के हस्ताक्षर से जारी अधिसूचना आदेश में मंत्री केदार कश्यप को संसदीय कार्य विभाग दिए जाने की बात लिखी है। देर रात मंत्री केदार कश्यप को मुख्यमंत्री समेत तमाम मंत्रियों ने इसके लिए बधाई दी।
सूत्रों के अनुसार साय की कैबिनेट में अभी दो विधायकों में से एक नया और एक पुराने चेहरे को मंत्री बनाया जा सकता है। राज्य के विधानसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। ऐसे में विधानसभा की कार्यवाही को संचालित करने के लिए संसदीय कार्य मंत्री की अहम भूमिका होती है। इसलिए कैबिनेट का विस्तार न करते हुए फिलहाल वर्तमान मंत्री को ही प्रभार दिया है।
मानसून सत्र के बाद सीएम साय अपने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार साय की कैबिनेट में नए मंत्री के दावेदार विधायकों में राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, भावना बोहरा और गजेंद्र यादव हैं। इनमें में से किसी दो विधायकों को शामिल किए जाने की चर्चा है। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि रायपुर से एक नया मंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में रमन कैबिनेट में रहे राजेश मूणत और अजय चंद्राकर दोनों में से किसी एक का चयन हो सकता है।