कांकेर: कांकेर जिले में वन विभाग ने पैंगोलिन की तस्करी करते हुए पति, पत्नी और दामाद समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पैंगोलिन कोयलीबेड़ा के एक किसान के खेत में पहुंच गया था। जिसके बाद किसान ने वन विभाग को सूचना देने के बजाय उसे अपने घर में छिपाकर रख लिया था और उसे बेचने की फिराक में था। भानुप्रतापपुर में आरोपियों ने पैंगोलिन का 12 लाख रुपए में सौदा किया था।
भानुप्रतापपुर रेंजर देवलाल दुग्गा ने बताया कि कोयलीबेड़ा गांव में किसान सहदूराम के खेत में दुर्लभ पैंगोलिन पहुंच गया था। किसान ने उसे पकड़ लिया। वो उसे खाने के लिए अंडे भी दे रहा था। किसान ने इसकी जानकरी पालारास निवासी अपने दामाद देवानंद को दी। ससुर-दामाद ने पैंगोलिन को बेचने का प्लान बनाया। इसमें दामाद ने अपने दो साथियों राजेंद्र राजपूत और धनवीर को भी शामिल कर लिया। उसने दोनों को भानुप्रतापपुर पहुंचाने पर 10 हजार रुपए देने की बात कही थी।तीनों ने कोयलीबेड़ा पहुचकर पेंगोलिन को कार क्रमांक एपी 39एचबी 6634 में रखकर भानुप्रतापपुर की ओर निकले थे। इसकी सूचना मुखबिर के माध्यम से वन विभाग को मिली। वन विभाग की टीम ने खांडी नदी के पास घेराबंदी कर कार को रोका। कार की तलाशी लेने पर उसमें से जिंदा पैंगोलिन बरामद हुआ। वन विभाग ने ने कार में सवार पति-पत्नी और दामाद समेत 5 लोगों को पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया। भानुप्रतापपुर रेंजर देवलाल दुग्गा ने बताया कि पांचों आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।