कोरबा। लाखों रुपए के लेनदेन के विवाद के बाद एक पास्टर ने जहर खाकर जान दे दी। जहर खाने से पहले पास्टर ने तीन पन्ने का सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इस सुसाइड नोट में दो लोगों को लाखों रुपये देने और एक वकील का नाम है। जिस पर धमकाने का आरोप लगाया गया है।
कुसमुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम बाता निवासी पास्टर रमाशंकर पाटले ने 8 मई को जहर खा लिया था। जिसके बाद उनका इलाज चल रहा था, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। शुक्रवार शाम उन्होंने अंतिम सांस ली। इसके बाद शव को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया।पास्टर पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहे थे। इसी वजह थी कि उन्होंने किसी व्यक्ति को 11 लाख रुपया दिया था। इस काम के लिए पास्टर ने एक व्यक्ति से पैसे लेकर किसी दूसरे व्यक्ति को दिलवाए थे, जो पैसे वापस नहीं कर रहा था। जिससे पैसा देना वाला पास्टर रमाशंकर पाटले पर पैसे वापसी का दबाव बना रहा था। मृतक के भाई शुभम कुमार ने बताया कि पैसे वापस नहीं मिलने पर परेशान होकर बड़े भाई रमाशंकर ने आत्महत्या कर ली है। मृत्यु से पहले उन्होंने 3 पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा है। एक वॉइस रिकॉर्डिंग भी की है।बड़े भाई पास्टर रमाशंकर पाटले ने शरद एस मसीह को 6 लाख रुपये और बांकीमोंगरा के रंजीत रात्रे को भी रुपये दे रखा था। लेकिन दोनों ही रुपये वापस नहीं दे रहे थे। उन्हें धमकाया जा रहा था। जिससे कि वह पिछले कुछ दिनों से काफी परेशान और तनाव में रहते थे। हम चाहते हैं कि सुसाइड नोट के आधार पर वकील राजू कुमार श्रीवास सहित दोनों दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।- शुभम कुमार, मृतक का भाई
पास्टर रमाशंकर पाटले की जहर सेवन के बाद मौत हुई है। मामला आत्महत्या का है। परिजनों ने तीन लोगों पर पड़ताना का आरोप लगाया है। इस मामले में 3 पन्ने का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसके आधार पर जांच की जा रही है।- दाऊद कुजूर, प्रभारी ,पुलिस चौकी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटलपरिजनों ने पुलिस को सुसाइड नोट के साथ वाइस रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई है। पुलिस सुसाइड नोट और वाइस रिकॉर्डिंग के आधार पर जांच कर रही है।