रायपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार के कैबिनेट का विस्तार कल (शुक्रवार) को होगा। मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में दोपहर पौने 12 बजे होगा। मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दिल्ली रवाना हो जाएंगे। दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात करने के बाद साय 23 को रायपुर लौटेंगे। इसके बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा होगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार शुक्रवार (22 दिसंबर) को राजभवन में साय कैबिनेट में 7 से 8 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। इनमें 4 से 5 पुराने और 3 से 4 नए विधायक होगें। मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण को लेकर राजभवन में तैयारी शुरू कर दी गई है। बता दें कि पहले इंडोर स्टेडियम में शपथ ग्रहण की तैयारी की गई थी, लेकिन अब कार्यक्रम राजभवन होगा।
पार्टी नेताओं के अनुसार मंत्रिमंडल में इस बार दो कुर्सी लोकसभा चुनाव तक खाली रखने की योजना है। राज्य में मुख्यमंत्री सहित 13 मंत्री रह सकते हैं। फिलहाल सीएम और दो डिप्टी सीएम शपथ ले चुके हैं। अब 10 मंत्री बनाए जाने हैं। बताया जा रहा है कि कल 7 से 8 मंत्री शपथ ले सकते हैं। बाकी मंत्री लोकसभा चुनाव के बाद बनाए जाएंगे।
जानिए..कौन-कौन हैं मंत्री पद के दावेदार
मुख्यमंत्री साय सरगुजा संभाग से हैं। डिप्टी सीएम साव बिलासपुर संभाग और विजय शर्मा दुर्ग संभाग से हैं। स्पीकर डॉ. रमन भी दुर्ग संभाग से हैं। अब तक की चर्चाओं में रायपुर और बस्तर संभाग का खाता नहीं खुला है। भाजपा को इस बार बस्तर संभाग से 12 में से 8 सीटें मिली हैं। इनमें 7 एसटी आरक्षित सीटें शामिल हैं। वहां से मंत्री पद के तीन दावेदार हैं। इनमें केदार कश्यप, लता उसेंडी और आईएएस की नौकरी छोड़ कर आए नीलकंठ टेकाम शामिल हैं। रायपुर संभाग की 20 में से 12 सीट भाजपा जीती है। यहां से दावेदारों में बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और राजेश मूणत पुराने चेहरे हैं। नए चेहरों में एससी सीट से कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे शिवकुमार डहरिया को हरा कर पहली बार विधानसभा पहुंचे खुशवंत साहब के साथ फिल्म स्टार और धरसींवा विधायक अनुज शर्मा का नाम शामिल है। दुर्ग संभाग की 20 में से भाजपा 10 सीट जीती है। इस संभाग से डॉ. रमन, विजय शर्मा पहले ही पद पा चुके हैं। बिलासपुर संभाग की 24 में 10 सीट ही इस बार भाजपा जीत पाई है जबकि सरगुजा संभाग की सभी 14 सीट भाजपा के पास है।
छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल को लेकर पहली बार इतना लंबा सस्पेंस चला है। इससे पहले 2018 में मंत्रिमंडल के विस्तार में थोड़ा वक्त लगा था। 2018 में 11 दिसंबर को चुनाव परिणाम आया था। 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री चुने गए भूपेश बघेल अपने दो मंत्रियों टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू के साथ शपथ लिए थे। 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए नौ मंत्रियों को शपथ दिलाया गया। 2018 से पहले हुए तीन चुनावों में सीएम के शपथ ग्रहण के साथ ही अधिकांश मंत्रियों ने भी शपथ ले लिया था। 2000 में राज्य बना तब भी मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ उनके मंत्रियों ने शपथ ले लिया था। 2003, 2008 और 2013 में डॉ. रमन सिंह के साथ उनके मंत्रियों ने भी शपथ लिया था।