जगदलपुर: बस्तर ओडिसा सीमा पर जोरा नाला की किडनैपिंग से इंद्रावती मरणासन्न हालत में है जिसकी वजह से गर्मियों में मिनी नियाग्रा कहलाने वाले विश्व प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात की धारायें भी पतली हो जाती है ।इस नदी के संरक्षण और संवर्धन को लेकर समय-समय पर मांग उठती रहती हैं।
आपको बता दे कि वर्ष 2019 में विभिन्न सामाजिक व्यापारिक और अन्य संगठनों के लोगों ने मिलकर इंद्रावती बचाओ आंदोलन समिति का गठन किया था।जिसने आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पद्मश्री धर्मपाल सैनी की अगुवाई में चित्रकोट जलप्रपात से बीजाकसा तक नदी को पार करते हुए करीब 5 किमी की पदयात्रा निकाली ।
इस यात्रा में बड़ी संख्या में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल रहीं।सबने मिलकरनदी और पहाड़ को पार करते हुए पदयात्रा पूरी की।