रायपुर: दिनभर उमस के बाद रविवार रात 10 बजे के बाद जमकर बारिश हुईं। लगभग एक घंटे की बारिश ने शहर को तर-बतर कर दिया। पिछले तीन-चार दिनों से उमस और गर्मी से भी लोगों को राहत मिली है।

बारिश की धार इतनी तेज थी कि शहर के गुढ़ियारी, आमानाका, रामनगर सहित अन्य अंडरब्रिज में भी पानी भर गया। यहां से देर रात आवागमन बंद हो चुका था। इसके साथ ही शहर के अन्य इलाकों में भी तेज बारिश का असर देखा गया। प्रोफेसर कालोनी सहित अन्य इलाकों में पानी भरने की वजह से लोगों को दिक्कत हुई।

बारिश का असर लगभग एक घंटे तक रहा। इधर मौसम विज्ञानियों ने आने वाले एक-दो दिनों के भीतर मौसम में फेरबदल के संकेत दिए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर हिमालय की तराई में बना हुआ है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी झारखण्ड और उसके आसपास 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।

एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक उत्तर-दक्षिण द्रोणीका पूर्वी विदर्भ से दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई विस्तारित है।

इसका असर छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में एक-दो दिन के भीतर देखने का मिल सकता है। प्रदेश में 29 अगस्त को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर चमक के साथ वज्रपात भी होने की संभावना है।

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