रायपुर: महाशिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग जिले के पाटन में कौही और ठकुराइनटोला के मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करेंगे। इस अवसर पर बघेल ठकुराइनटोला में 19 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से बनने वाले पुल, बाढ़ नियंत्रण के लिए 2 करोड़ 90 लाख रूपए की राशि से तटबंध कार्य का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री कौही में जलसंसाधन से जुड़ी हुई 52 करोड़ 40 लाख रुपए की संरचनाओं का भूमिपूजन करेंगे। इसे मिलाकर पाटन विकासखण्ड में जल संसाधन विभाग के लगभग 74 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल पाटन विकासखण्ड के खम्हरिया नाले में छह करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले उच्चस्तरीय पुल का, क्रेडा द्वारा ठकुराइनटोला में सौर सामुदायिक सिंचाई योजनाओं और तालाब भराई योजनाओं एवं कौही में सोलर पंप के माध्यम से तालाब भराई के लिए 4 करोड़ 9 लाख रूपए की लागत से तैयार योजना का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम में कौही में ही क्रेडा द्वारा खर्रा एवं तर्रीघाट में क्रमशः 89 लाख और 57 लाख की लागत से सोलर पंप के माध्यम से तालाब भराई योजना का भूमिपूजन होगा।
उल्लेखनीय है कि पिछली बार मुख्यमंत्री ने ठकुराइनटोला में भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां लक्ष्मण झूला बनाने की घोषणा की थी। लक्ष्मण झूला के पीछे तट के दूसरी ओर लैंडस्केपिंग का कार्य भी किया जाएगा। खम्हरिया नाला में पुल के तैयार हो जाने से 25 गांवों की 50 हजार की आबादी को लाभ पहुंचेगा। क्रेडा की योजनाओं के माध्यम से ठकुराइनटोला, सिकोला, तेलीगुण्डरा, जरवाय, खर्रा, तर्रीघाट में बड़ी आबादी में किसानों को खरीफ एवं रबी दोनों ही फसल के लिए लाभ पहुंचेगा। भू-जल संवर्धन के साथ ही निस्तारी सुविधा भी मिल पाएगी।