रायपुर: छत्त्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इसमें आरक्षण पर जमकर हंगामा होने की आशंका है। विपक्षी दल भाजपा केविधायक दल की रविवार को हुई बैठक मेें सदन मेें सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की गई। जनता कांग्रेस छत्त्तीसगढ़ (जकांछ) ने भी सरकार पर हमला करने की तैयारी की है।
विधानसभा सत्र केलिए 715 सवाल पूछे गए हैैं। इधर, आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर नहीं होने केविरोध मेें कांग्रेस तीन जनवरी को साइंस कालेज मैदान से राजभवन तक जन अधिकार रैली निकालने जा रही है। इसमेें एक लाख से अधिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित पूरा मंत्रिमंडल इसमें शामिल होगा।
विधानसभा मेें तीन दिसंबर को सर्वसम्मति से आरक्षण संशोधन विधेयक पास किया था, लेकिन एक महीने बाद भी राज्यपाल अनुसुईया उइकेने इस पर हस्ताक्षर नहीं किया है। कांग्रेस लगातार यह आरोप लगा रही है कि राज्यपाल भाजपा नेताओें केदबाव मेें विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं कर रही हैैं। इसे लटकाने के लिए ही राज्य सरकार से लगातार सवाल पूछे जा रहे हैैं। बता दें कि आरक्षण संशोधन विधेयक में अनुसूचित जनजाति वर्ग केलिए 32 प्रतिशत, अनुसूचित जाति केलिए 13 प्रतिशत, ओबीसी केलिए 27 प्रतिशत और आथ्र्ािक रूप से कमजोर वर्ग के लिए चार प्रतिशत आरक्षण का प्रविधान किया गया है।
प्रदेश की बेहतरी के लिए करें हस्ताक्षर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को मीडिया से चर्चा मेें एक बार फिर कहा कि राज्यपाल को हठधर्मिता छोड़ना चाहिए। प्रदेश की बेहतरी केलिए उन्हें आरक्षण संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर करना चाहिए। यह बिल विधानसभा से पास है। दो जनवरी को पूरे एक महीने हो जाएंगे। प्रदेश की जनता की नजर राज्यपाल केहस्ताक्षर पर टिकी हुई है। विधानसभा सत्र की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तैयार हैैं। चाहे विपक्ष केप्रश्न हों, ध्यानाकर्षण हो या फिर स्थ्ागन, सरकार सभी का जवाब देगी।
एक्सप्रेस-वे मेें गड़बड़ी पर होगी चर्चा
विधानसभा सत्र केपहले दिन भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक सावित्री मंडावी शपथ्ा लेेंगी। अविभाजित मध्य प्रदेश मेें कोेंडागांव से विधायक रहे मंगलराम उसेेंडी को श्रद्धांजलि दी जाएगी। ध्यानाकर्षण मेें जलसंसाधन विभाग मेें मुआवजा वितरण मेें गड़बड़ी और एक्सप्रेस-वे केनिर्माण मेें गड़बड़ी के मुद्दे पर चर्चा होगी। विधानसभा केआला अधिकारियोें ने बताया कि वर्ष केपहले सत्र मेें राज्यपाल का अभिभाषण होता है, लेकिन यह सत्र दिसंबर मेें हुए सत्र का विस्तारित है, इसलिए राज्यपाल का अभिभाषण नहीं होगा।
इधर शुरू हो गया पोस्टर वार
इधर, आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर पोस्टर वार भाी शुरू हो गया है। राजधानी के कई हिस्सों में ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें लिखा है कि आरक्षण विधेयक के अटक जाने के जिम्मेदार भाजपा के नेता हैं। यह पोस्टर किसने लगाया है, उसकी जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन भाजपा कार्यालय केसामने लगे पोस्टर पर अब सियासत शुरू हो गई है। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर के पास लगे पोस्टर मेें लिखा है, राजभवन संचालन केंद्र इधर है। पोस्टर पर भाजपा कार्यालय की तरफ तीर का निशान लगाया गया है। ऐसे पोस्टर तेलीबांधा चौक, शास्त्री चौक से लेकर शहर के प्रमुख्ा स्थ्ाानोें पर लगे हैैं।