रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में शुक्रवार को न्यू सर्किट हाऊस ऑडिटोरियम में पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों की कॉन्फ्रेंस की गई।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने दिए कड़े निर्देश, प्रदेश में नशे के कारोबार को पनपने न दिया जाए।पुलिस अधीक्षक करें कड़ी कार्यवाही। दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने चाहिए। उन्होंने कहा कि गाँजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए। कोविड महामारी के दौरान हमारी सरकार, प्रशासन और पुलिस ने अभूतपूर्व कार्य किया है। आपने प्रवासी मज़दूरों के हित में बेहतरीन कार्य किया है। छोटी छोटी घटनाओं को साम्प्रदायिक और अराजक तत्व बड़ा रूप देने की चेष्टा कर रहे हैं। सभी पुलिस अधीक्षक उन्हें पहचानें, अपना आसूचना तंत्र विकसित करें क्यूँकि ऐसी घटनाओं का सीधा असर प्रदेश की शांति व्यवस्था और सरकार की छवि पर होता है। हमारी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। विकास के लिए शांति ज़रूरी है। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के बीच परस्पर समन्वय आवश्यक है।कलेक्टर-एसपी महीने में 4-5 बार साथ में दौरा करें। उन्होंने कहा कि क़ानून-व्यवस्था बनाए रखना आपकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है। ज़िला प्रशासन की उपस्थिति हर स्तर पर दिखनी चाहिए। हर स्तर पर, थाना, अनुविभाग, ज़िला और रेंज लेवल पर सूचना तंत्र विकसित करें। पुलिस अधीक्षक हर ज़िले में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग की स्पेशल टीम बनाएँ जो सोशल मीडिया में अफ़वाह फैलाने वालों का चिन्हांकन कर कार्यवाही करें। वही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने दिए कड़े निर्देश,प्रदेश में नशे के कारोबार को पनपने न दिया जाए। पुलिस अधीक्षक करें कड़ी कार्यवाही दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने चाहिए। उन्होंने कहा कि गाँजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए। छोटी घटनाओं का राजनीतिक लाभ लेने अवसरवादी तत्व अफ़वाह, दुष्प्रचार और भ्रामक समाचार फैलाते हैं, उनकी पहचान कर कार्यवाही करना ज़रूरी है। सोशल मीडिया अफ़वाह फैलाने का सबसे बड़ा साधन बन गया है। सोशल मीडिया में भी एक सुदृढ़ आसूचना तंत्र विकसित करना ज़रूरी है। हत्या के प्रकरणों में 2011 की तुलना में आज की स्थिति में 32% कमी आई है। हत्या के प्रयास में 2011 की तुलना में आज की स्थिति में 37% कमी आई है। कॉन्फ्रेंस में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रवींद्र चौबे, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक डी. एम. अवस्थी सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित है।