सूरजपुर: महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क का वर्चुअल शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा 25 मार्च को करेंगे। कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क से संबंधित कार्यों की सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उल्लेखनीय है कि जिले के प्रत्येक विकासखण्डों में 2-2 सहित जिले में कुल 12 महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 25 मार्च को सूरजपुर ब्लॉक की केशवनगर गौठान एवं प्रतापपुर ब्लॉक के खडगवा कला गौठान में रीपा अंतर्गत बनाए गए विभिन्न गतिविधियों के वर्किंग शेड का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना अंतर्गत एनजीजीबी कार्यक्रम के तहत निर्मित गोठान के तीन चरण हैं। प्रथम चरण में गोठान को पशु संरक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया गया है, द्वितीय चरण में वर्मी कंपोस्ट और अन्य संबंधित उत्पादन केंद्र बनाया गया है एवं तृतीय चरण में गोठानों को महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क रीपा के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिले में प्रत्येक विसकासखंड दो रीपा के मद से कुल बारह रीपा का निर्माण किया जा रहा है। शासन से इस हेतु प्रति रीपा 2 करोड़ के मान से स्वीकृति प्राप्त हुई है। इस राशि से अधोसंरचना विकास, प्लांट एवं मशीनरी, सीड केपिटल, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास, प्रचार-प्रसार एवं ब्रांड प्रमोशन, उत्पाद विक्रय हेतु मार्केटिंग, लाजिस्टिक एवं सप्लाई चेन विकसित करने एवं तकनीकी सहायता एजेसी की सेवाएँ लेने पर खर्च किया जाना है। जिससे ग्रामीण बेरोजगारों, समूह सदस्यों को आजीविका के साधन उपलब्ध कराते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों स्व रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिले में रीपा अंतर्गत रेडी टू कुक मल्टी ग्रेन उत्पादन, सेवई एवं सूजी उत्पादन, आलू चिप्स निर्माण, मूंगफली प्रसंस्करण, सुगंधित चावल प्रसंस्करण, नारियल प्रसंस्करण, बेकरी इकाई, कोदो प्रसंस्करण, तेल एवं मल्टी ग्रेन आटा प्रसंस्करण, पोहा एवं मुरमुरा प्रसंस्करण, पशु आहार, पॉल्ट्री फीड एवं फिश फीड निर्माण, प्लास्टिक बोतल, पेट जार एवं अन्य प्लास्टिक उत्पादन इकाई, पेपर प्लेट,पेपर कप, पेपर बैग निर्माण इकाई, मिठाई डिब्बा निर्माण, चप्पल निर्माण इकाई, माहुल पत्ता से दोना पत्तल निर्माण, झाड़ू निर्माण, पूजा सामाग्री निर्माण एवं पैकिंग, अगरबत्ती निर्माण, प्लास्टिक, जुट बोरी निर्माण एवं प्रिंटिंग इकाई, साबुन, हर्बल फिनाइल, वाशिंग पाउडर निर्माण, त्योहार आधारित सामग्री (गुलाल, राखी, मोमबत्ती, दिया आदि निर्माण), गोबर पेंट निर्माण इकाई, प्रिंटिंग प्रेस एवं नोट बूक निर्माण, सुगंधित तेल प्रसंस्करण इकाई जैसी आजीविका गतिविधियां हेतु कार्ययोजना तैयार कर कार्य किया जा रहा है ।